दुनिया भर में तेजी से फैलने वाले संक्रमणों में से एक है
अक्सर लोग पूछते हैं कि हर्पीज क्या है, यह कैसे फैलता है और इसके कारण क्या हैं. हर्पीज़ दुनिया भर में तेजी से फैलने वाले संक्रमणों में से एक है. इस संक्रमण के दौरान स्किन पर छोटे-छोटे छाले हो जाते हैं. ये छाले दर्दनाक हो सकते हैं. हर्पीज़ का संक्रमण कैसे होता है अगर आप यह सोच रहे हैं तो बता दें कि हर्पीज का संक्रमण हर्पीज़ सिंप्लेक्स वायरस (Herpes Simplex Virus) की वजह से होता है.
आसानी से हो सकता है हर्पीस का शिकार
हर्पीज को जननेन्द्रिय हर्पीज़ (Herpes Genitalis) या जेनिटल हर्पीज (Genital Herpes) भी कहा जाता है. हर्पीज एक यौन संचारित रोग यानी एसटीडी (STD) है. हर्पीज का संक्रमण किसी को भी प्रभावित कर सकता है. लेकिन माना जाता है कि चिकन पॉक्स से पीड़ित हो चुके व्यक्ति इसका शिकार आसानी से हो सकते हैं. आसान शब्दों में कहें तो जिस व्यक्ति के शरीर में वेरिसेला जोस्टर वायरस (चिकन पॉक्स का वायरस) पहले से ही मौजूद है वह हर्पीस का शिकार आसानी से हो सकता है.
क्या होता है हर्पीज (Herpes), प्रकार, कारण, लक्षण और असर
हर्पीस के प्रकार
- हर्पीस संक्रमण हर्पीज सिम्प्लेक्स नाम के विषाणु के चलते फैलता है. हर्पीज़ सिंप्लेक्स वायरस (Herpes Simplex) दो तरह का होता है – HSV-1 यानी हर्पीस टाइप 1, इसे ओरल हर्पीस भी कहा जाता है.
- वहीं दूसरा होता है HSV-2 यानी जिनाइटल हर्पीस या हर्पीस टाइप 2.
हर्पीज होने के कारण
- हर्पीस टाइप 1 होने के पीछे कई बार एक ही बर्तन से खाना खाने पर हर्पीज होने की संभावना बढ़ जाती है.
- होंठ में लगाने वाले बाम को साझा करने से भी हर्पीस टाइप 1 का खतरा बढ़ जाता है.
- संक्रमित संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से.
- ओरल सेक्स से हर्पीज होने की संभावना बढ़ जाती है.
- वहीं, HSV-2 संक्रमण के कारणों में सबसे बड़ा कारण असुरक्षित यौन संबंध ही होते हैं.
क्या होता है हर्पीज का असर
- हर्पीस होने पर बार-बार ब्रेकआउट्स की समस्या हो सकती है.
- लेकिन यह समस्या समय के साथ-साथ कम हो सकती है.
- हर्पीस एक यौन संचारित रोग है, इससे संक्रमण से आमतौर पर मुंह या जननांग प्रभावित होते हैं.
- हर्पीज़ में चेहरे पर होंठों के पास या आंख के आसपास छोटे-छोटे पानी भरे छाले जो जाते हैं.
- इसके अलावा यह जननांग के किसी भाग को भी प्रभावित कर सकता है.
हर्पीज के लक्षण
कई बार हर्पीज संक्रमण शरीर में मौजूद होता है, लेकिन इसके लक्षण साफ नहीं उभरते. हर्पीज के कुछ लक्षण इस प्रकार हो सकते हैं-
- जननांगों या शरीर के किसी अन्य भाग पर पानी भरे छोटे दाने दिखना.
- ये दाने बड़े होने पर फूट जाते हैं और इनसे निकला पानी शरीर के दूसरे भागों तक संक्रमण को फैला देता है.
- शरीर में दर्द और खुजली महसूस होना.
- बुखार होना.
- लिंफ नोड्स के आकार में बदलाव होना.
- शरीर पर लाल रंग के दर्द भरे चकते होना.
- जोड़ों में दर्द और थकान भी इसके लक्षणों में शामिल हो सकता है.
डॉक्टरी सलाह
अक्सर लोग हर्पीस के घरेलू उपाय तलाशते हैं. हर्पीस में क्या खाना चाहिए और क्या नहीं इस तरह के सवाल भी खूब पूछे जाते हैं. बहरहाल इस तरह की जानकारी के लिए बेहतर विकल्प डॉक्टरी सलाह ही होता है. क्योंकि आपका डॉक्टर आपकी मेडिकल स्थिति को बेहतर तरीके से समझता है. ऐसे में आप अधिक और सटीक जानकारी के लिए अपने डॉक्टर से सलाह लें.