Mukesh Chandrakar Murder Case : बीजापुर के पत्रकार मुकेश चंद्रकार की हत्या के मामले में प्रशासन अब एक्शन में है। हत्यारों की गिरफ्तारी के बाद मुख्य आरोपी और ठेकेदार सुरेश चंद्रकार के अवैध कब्जे को धरसाई करने की कार्रवाई की जा रही है।
आरोपी ठेकेदार का गंगालूर सड़क पर पांच एकड़ जमीन पर अवैध कब्जा था। ठेकेदार के फार्म हाउस पर बुलडोजर चला गया है। दूसरी ओर रायपुर एयरपोर्ट से आरोपी रितेश चंद्राकर की गाड़ी जब्त की गई है। दरअसल एक जनवरी की शाम सात बजे से मुकेश लापता थे। उनका शव सेप्टिक टैंक में मिला है। ठेकेदार और उनके रिश्तेदार सुरेश चंद्राकर के बाडे़ में बने सेप्टिक टैंक से उनकी लाश निकाली गई।
ठेकेदार सुरेश चंद्राकर के सभी बैंक खाते और एटीएम ट्रांजैक्शन को सीज किया गया है। किसी भी तरह का डिजिटल ट्रांजेक्शन न कर पाए इस पर भी नजर रखी गई है। बीजापुर स्थित वन विभाग की जमीन पर ठेकेदार द्वारा किए गए अवैध अतिक्रमण को खाली करवाने वन विभाग की टीम रवाना हुई। वहीं आरोपी के सभी अवैध अतिक्रमण पर प्रशासन का बुलडोजर चला।
जानें पूरा मामला
सड़क निर्माण में 120 करोड़ रुपये के भ्रष्टाचार उजागर करने वाले छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले के युवा पत्रकार मुकेश चंद्राकर की नृशंस हत्या कर दी गई है। मामले में बस्तर संभाग के आईजी पी सुंदरराज ने बड़ा खुलासा किया है। आईजी ने बताया कि दो लोगों ने मिलकर पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या की थी। ठेकेदार के मुंशी रामटेके और उसके भाई रितेश चंद्राकर ने वारदात को अंजाम दिया था। मुकेश पर स्टील रॉड से हमला किया गया था। वारदात के बाद सबूत मिटाने की कोशिश की गई थी। मामले में सुरेश चंद्राकर को मुख्य आरोपी बनाया गया है। दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। मामले की जांच के लिए 11 सदस्यीय एसआईटी टीम गठित कर दी गई है।