Navratri 2022: शारदीय नवरात्र (SHARDIYA NAVRATRI) की चतुर्थी तिथि पर देवी के कूष्मांडा (Maa Kushmanda) स्वरूप का दर्शन-पूजन करने का विधान है। शास्त्र के अनुसार अपनी मंद मुस्कान से पिंड से ब्रह्मांड तक का सृजन देवी ने इसी स्वरूप में किया था। कूष्मांडा स्वरूप के दर्शन पूजन से न सिर्फ रोग-शोक दूर होता है अपितु यश, बल और धन में भी वृद्धि होती है। देवी कुष्मांडा (Maa Kushmanda) का मंदिर दुर्गाकुंड क्षेत्र में स्थित है। इन्हें दुर्गाकुंड वाली दुर्गा के नाम से भी जाना जाता है।
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किस रंग के कपड़े पहनें-(Navratri 2022)
जातक पूजा के समय लाल, गुलाबी व पीत रंग के वस्त्र धारण करें।
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मनोकामनाएं होती हैं पूरी-(Navratri 2022)
मां कूष्मांडा (Maa Kushmanda) अपने भक्तों के कष्ट और रोग का नाश करती है। मां कूष्मांडा की पूजा उपासना करने से भक्तों को सभी सिद्धियां मिलती हैं। मान्यता है कि मां की पूजा करने से व्यक्ति के आयु और यश में बढ़ोतरी होती है।
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