सभी 9 माताओं के अलग रंग होते हैं
#Navratri : शारदीय नवरात्रि चल रहे हैं. इस दौरान मां दुर्गा के सभी नौ रूपों (शैलपुत्री, ब्रह्मचारिणी, चंद्रघंटा, कूष्माण्डा, स्कंदमाता, कात्यायनी, कालरात्रि, कालरात्रि, महागौरी और सिद्धिदात्री) को पूजा जाएगा. सभी माताओं को अलग-अलग प्रकार के स्वादिष्ट भोग लगाया जाएगा. वहीं, खास इसी शरद नवरात्रि में षष्ठी से लेकर दशमी तक दुर्गा उत्सव मनाया जाता है.
इस दुर्गा उत्सव को अकालबोधन , शदियो पूजो, शरदोत्सब, महा पूजो , मायेर पूजो, पूजा या फिर पूजो भी कहा जाता है.
इसके अलावा नवरात्रि (Navratri) के दौरान पूजी जाने वाली सभी 9 माताओं के अलग रंग होते हैं. कई भक्त पूरे नवरात्रि इन्ही खास रंगों के कपड़े (Navratri Colors) पहनते हैं तो कुछ हर माता को उन्हीं से जुड़े रंग के आसन बिछाकर पूजते हैं. यहां जानिए कौन-सी माता को भाता है कौन-सा रंग.
शैलपुत्री
नवरात्रि के पहले दिन माता शैलपुत्री (Shailputri) की पूजा की जाती है. इस दिन पीला रंग पहनना शुभ माना जाता है. इसीलिए नवरात्रि की शुरुआत पीले रंग के कपड़ों से करें.
ब्रह्मचारिणी
नवरात्रि के दूसरे दिन मां ब्रह्मचारिणी (Brahmacharini) को पूजा जाता है. इस दिन के लिए हरा रंग होता है. इसीलिए नवरात्रि के दूसरे दिन किसी भी प्रकार का हरा रंग पहनें, लेकिन अगर गाढ़ा हरा रंग हो तो बेहतर.
चंद्रघंटा
नवरात्रि के तीसरे दिन हल्का भूरा रंग पहनें. मां चंद्रघंटा (Chandraghanta) की पूजा करते वक्त आप इस रंग का कोई भी वस्त्र पहन सकते हैं.
कूष्माण्डा
नवरात्रि के चौथे दिन संतरी रंग के कपड़े पहनें. कूष्माण्डा (kushmanda) माता का यह रंग उत्सव की रौनक को बढ़ा देता है.
स्कंदमाता
भक्तों की सारी इच्छाएं पूरी करने वाली स्कंदमाता () के दिन सफेद रंग पहनें. इन्हें मोक्ष के द्वार खोलने वाली माता के नाम से भी जाना जाता है.
कात्यायनी
पांचवे दिन पूजी जाने कात्यायनी (katyayani) का मनपसंद रंग है लाल. इस दिन माता की पूजा करते वक्त लाल रंग पहनें.
कालरात्रि
नवरात्रि के सातवें दिन मां कालरात्रि (kalratri) की पूजा जाती है. इस दिन नीला रंग पहनना शुभ माना जाता है.
महागौरी
महागौरी की पूजा करते वक्त गुलाबी रंग पहनना शुभ माना जाता है. अष्टमी की पूजा और कन्या भोज करवाते इसी रंग को पहनें.
सिद्धिदात्री
नवरात्रि के आखिरी दिन पूजी जाती हैं सिद्धिदात्री (Siddhidatri). इन्हें बैंगनी रंग बेहद पसंद होता है.