RAHUL PANDEY
निकाय चुनाव (Nikay Chunav) को लेकर तैयारियां चल रही है। नामांकन करने का आखिरी दिन भी आ गया है। लेकिन कानपुर में चुनाव कराने के लिए अफसर ही कम पड गए। अंदरखाने की माने तो एक निर्धारित ग्रेड पे के अफसरों के न मिलने से यह कमी हो रही है । अब प्रशासन ने पडोसी जिले कानपुर देहात से तीन सौ पीठासीन अधिकारी मांगे हैं। जिससे निकाय चुनाव शांतिपूर्ण और निष्पक्ष संपन्न कराया जा सके। 21 हजार अफसर-कर्मचारियों की ड्यूटी फीडिंग कराने के बावजूद 11 हजार की ड्यूटी लग सकी। उसमें भी 4800 से 5400 ग्रेड पे वाले अधिकारी दिए नहीं गए।
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जिले के 530 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। 1834 पोलिंग पार्टियों को चुनाव कराना है। इसके लिए 1834 पीठासीन अधिकारियों की जरूरत है। इन अधिकारियों का ग्रेड पे 4800 से 5400 होना चाहिए था। 21 हजार अफसर व कर्मचारियों की ड्यूटी को फीड कराया गया पर 11006 की ही ड्यूटी लगाई गई। पूरी जानकारी राज्य निर्वाचन आयोग को दे दी गई है। चुनाव ड्यूटी में लगाए गए अफसर व कर्मचारियों का रिव्यू किया गया तो पीठासीन अधिकारी कम पड़ गए। ऐसे में कानपुर देहात से मदद मांगी गई। वहां भी ट्रेनिंग पूरी हो चुकी थी। कानपुर देहात से 300 पीठासीन अधिकारी मिलेंगे। ये चुनाव से पहले आ जाएंगे।
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चार की बजाए पांच की पोलिंग
पार्टी इस बार निकाय चुनाव में चार अफसर व कर्मचारी की बजाए पांच की एक पोलिंग पार्टी होगी। पीठासीन अधिकारी के साथ चार कर्मचारी लगाएं जाएंगे जबकि पोलिंग अफसर द्वितीय और चतुर्थ में महिलाओं को प्राथमिकता दी जाएगी। वहीं, पालिका परिषद और पंचायत में चार अफसर व कर्मचारियों की पोलिंग पार्टी होगी।