Panch Kailash : सनातन धर्म में सभी देवी-देवताओं की पूजा-अर्चना को बहुत ही कल्याणकारी माना जाता है। धार्मिक मान्यता है कि ऐसा करने से साधक को जीवन की दुखों से मुक्ति मिलती है। Panch Kailash
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महादेव को समर्पित कई मंदिर पहाड़ों पर भी हैं, जहां अधिक संख्या में श्रद्धलु दर्शनों के लिए जाते हैं। पौराणिक कथा के अनुसार, हिमालय में भगवान शिव का वास माना जाता है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि कैलाश पर्वत पांच पर्वत श्रृंखलाओं का समूह है, जिसे पंच कैलाश (Kailash Parvat Significance) के नाम से जाना जाता है। चलिए इस लेख में जानते हैं कौन-कौन से हैं पंच कैलाश?
कैलाश मानसरोवर
धार्मिक मान्यता के अनुसार, तिब्बत में स्थित कैलाश मानसरोवर को भगवान शिव और मां पार्वती का घर माना जाता है। पौराणिक कथा के मुताबिक, यह वही पवित्र स्थान है, जहां शिव-शंभू विराजमान हैं। कैलाश मानसरोवर का उल्लेख शिव पुराण में देखने को मिलता है।
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आदि कैलाश
आदि कैलाश उत्तराखंड में है। इस कैलाश को रुंग समुदाय से जुड़े लोगों का प्रमुख स्थल माना जाता है। रुंग परंपरा के मुताबिक, आदि कैलाश महादेव का मूल निवास था। ऐसा माना जाता है कि यहां पर संतों और अन्य लोगों के आने से महादेव की तपस्या में बाधा आ रही थी, जिसकी वजह से महादेव को इस जगह को छोड़ना पड़ा।
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मणिमहेश कैलाश
मणिमहेश कैलाश हिमाचल प्रदेश में है। इस स्थल पर शिवलिंग के आकार की एक चट्टान है, जिसे महादेव का स्वरूप माना जाता है। पौराणिक कथा के अनुसार, मणिमहेश कैलाश का निर्माण शिव जी ने मां पार्वती से विवाह करने के पश्चात किया था।
किन्नर कैलाश
किन्नर कैलाश हिमाचल प्रदेश में है। किन्नर कैलाश की यात्रा को अमरनाथ और मानसरोवर की यात्रा से भी बहुत कठिन मानी जाती है। किन्नर कैलाश महादेव के भक्तों के लिए अहम स्थान है।
श्रीखंड महादेव कैलाश
श्रीखंड महादेव कैलाश हिमाचल प्रदेश में है। इस कैलाश को महादेव के धार्मिक स्थलों में से सबसे ऊंचा स्थल माना जाता है। इस पर्वत की ऊंचाई समुद्र तल से 18, 300 फीट है। पौराणिक कथा के अनुसार, श्रीखंड महादेव कैलाश पर जगत के पालनहार भगवान विष्णु ने भस्मासुर नामक दैत्य का वध किया था।
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