Pitru Paksha 2024 : 10 अक्टूबर को पितृ पक्ष (Pitru Paksha) की एकादशी (Ekadashi) तिथि है। इस दिन इंदिरा एकादशी है। एकादशी तिथि पर पितरों की विशेष पूजा की जाती है। इस दिन भगवान विष्णु की पूजा करने से पितृ दोष से मुक्ति मिलती है। Pitru Paksha 2024
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Pitru Paksha 2024 : ज्योतिषियों की मानें तो पितृ पक्ष की एकादशी तिथि पर एक साथ 3 शुभ योग बन रहे हैं। इन शुभ योग में पितरों को तर्पण देने से शुभ फल की प्राप्ति होती है। साथ ही एकादशी तिथि पर रुद्राभिषेक करने का भी विशेष योग बन रहा है। आइए, इसके बारे में सबकुछ जानते हैं-
शुभ मुहूर्त
अश्विन माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि 09 अक्टूबर को दोपहर 12 बजकर 36 मिनट पर शुरू होगी और अगले दिन यानी 10 अक्टूबर को दोपहर 03 बजकर 08 मिनट पर समाप्त होगी। इसके बाद द्वादशी तिथि शुरू हो जाएगी। अश्विन माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि पर इंदिरा एकादशी मनाया जाता है। इस दिन भगवान विष्णु की पूजा करने से पितृ दोष से मुक्ति मिलती है।
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साध्य योग
पितृ पक्ष की एकादशी तिथि पर साध्य योग का निर्माण 10 अक्टूबर को सुबह 07 बजकर 47 मिनट तक है। इस योग के दौरान भगवान विष्णु की पूजा करने से सभी कामों में सिद्धि प्राप्त होती है।
शुभ योग (Pitru Paksha)
पितृ पक्ष की एकादशी तिथि पर शुभ योग का निर्माण हो रहा है। शुभ योग का निर्माण दिन भर है। इस योग में भगवान शिव की पूजा करने से व्रती को अमोघ फल की प्राप्ति होती है।
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करण
आश्विन माह में एकादशी तिथि पर दोपहर 03 बजकर 08 मिनट तक बालव करण का निर्माण हो रहा है। इसके पश्चात, कौलव करण रात्रि भर है। बालव और कौलव करण शुभ कार्यों के लिए श्रेष्ठ माना जाता है।Pitru Paksha
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रुद्राभिषेक
पितृ पक्ष की एकादशी तिथि यानी इंदिरा एकादशी पर किसी समय रुद्राभिषेक कर सकते हैं। इस दिन भगवान शिव दोपहर 03 बजकर 08 मिनट तक माता पार्वती के साथ कैलाश पर रहेंगे। इसके बाद नंदी पर सवार रहेंगे। इस दौरान रुद्राभिषेक करने से घर में सुख, समृद्धि और खुशहाली आती है।Pitru Paksha
सूर्योदय और सूर्यास्त का समय
सूर्योदय – सुबह 06 बजकर 19 मिनट पर
सूर्यास्त – शाम 17 बजकर 57 मिनट पर
पंचांग
ब्रह्म मुहूर्त – 04 बजकर 40 मिनट से 05 बजकर 29 मिनट तक
अमृत काल – सुबह 06 बजकर 03 मिनट से अगले दिन 07 बजकर 51 मिनट तक
अभिजीत मुहूर्त – 11 बजकर 45 मिनट से 12 बजकर 31 मिनट तक
विजय मुहूर्त – दोपहर 02 बजकर 04 मिनट से 02 बजकर 51 मिनट तक
गोधूलि मुहूर्त – शाम 05 बजकर 57 मिनट से 06 बजकर 22 मिनट तक
निशिता मुहूर्त – रात्रि 11 बजकर 43 मिनट से 12 बजकर 33 मिनट तक
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अशुभ समय
राहुकाल – दोपहर 03 बजकर 03 मिनट से 04 बजकर 30 मिनट तक
गुलिक काल – दोपहर 12 बजकर 08 मिनट से दोपहर 01 बजकर 35 मिनट तक
दिशा शूल – उत्तर
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