RAHUL PANDEY
उत्तर प्रदेश: कोयले की किल्लत के चलते प्रदेश में बिजली संकट और गहराया गया है। मांग के मुकाबले उपलब्धता कम होने से गांवों में भारी बिजली कटौती हो रही है। बिजलीघरों में कोयले का भंडार काफी कम बचा है। कोयले की आपूर्ति जल्द ही सामान्य न हुई तो पूरा प्रदेश बिजली संकट की चपेट में आ सकता है। स्थिति को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) व केंद्रीय कोयला मंत्री को पत्र भेजकर यूपी को अतिरिक्त बिजली उपलब्ध कराने और कोयले की आपूर्ति सामान्य कराने का अनुरोध किया है।
NOIDA : DME देगा दानिश सिद्दीकी और आशीष कुमार को मरणोपरांत जीइसवी पुरस्कार #UTTARPRADESH में आने वाला है बड़ा बिजली संकट! #KANPURNEWS : मनीष हत्याकांड में फरार पुलिस कर्मियों पर इनाम की राशि बढ़ाकर हुई एक लाख
यूपी में बिजली व्यवस्था का दारोमदार राज्य के अपने चार बिजलीघरों के अलावा निजी क्षेत्र के आठ और एनटीपीसी के करीब डेढ़ दर्जन बिजलीघरों से मिलने वाली बिजली पर है। कोयले की कमी से लगभग 6873 मेगावाट क्षमता की इकाइयां या तो बंद हुई हैं या उनके उत्पादन में कमी करनी पड़ी है। इससे प्रदेश में बिजली की उपलब्धता घट गई है।
#KANPUR : मनीष गुप्ता केस में फरार पुलिस कर्मियों पर इनाम #KANPUR : मीनाक्षी को OSD का अपॉइंटमेंट लेटर मिला, बोलीं- नौकरी परिवार की जरूरत पर…
हालात न सुधरे तो शहरों में भी कटौती तय
यूपी (UttarPradesh) में बिजली की मांग 17000 मेगावाट के आसपास बनी हुई है, जबकि उपलब्धता 15000-16000 मेगावाट ही है। ऐसे में 2000 मेगावाट तक की कटौती करनी पड़ रही है। इसके चलते गांवों को 18 घंटे के बजाय 11 घंटे, तहसीलों को 21.30 घंटे के बजाय करीब 17 घंटे और बुंदेलखंड को 20 घंटे के बजाय करीब 14 घंटे ही आपूर्ति हो पा रही है। कुछ जिलों में भी अघोषित कटौती हो रही है। अभियंताओं का कहना है कि अगर यही हालात रहे तो जल्द ही शहरों में भी कटौती शुरू हो सकती है।
वित्तीय संकट से जूझ रहे पावर कॉर्पोरेशन को अतिरिक्त बिजली का इंतजाम करने में पसीने छूट रहे हैं। बिजली संकट पूरे देश में होने के कारण एनर्जी एक्सचेंज में बिजली की कीमत नौ रुपये से 21 रुपये प्रति यूनिट तक पहुंच गई है। इतनी महंगी बिजली खरीदना प्रदेश की बिजली कंपनियों के लिए मुश्किल हो रहा है।
#SUPREMECOURT की UP सरकार को फटकार, कहा… आर्यन खान को नहीं मिली जमानत, अब सेशन कोर्ट में की जाएगी अपील
कोयले की कहां-कैसी स्थिति
राज्य विद्युत उत्पादन निगम के अधिकारियों का कहना है कि हरदुआगंज व पारीछा में कोयले का स्टॉक लगभग समाप्त हो गया है।
अनपरा में दो और ओबरा में ढाई दिन का कोयला शेष बचा है।
कोयले का स्टॉक व रोजाना की जरूरत
बिजली घर स्टॉक जरूरत
हरदुआगंज 4022 8000
पारीछा 9682 15000
अनपरा 86426 40000
ओबरा 42433 16000
(आंकड़े मीट्रिक टन में; अनपरा से मिली जानकारी के अनुसार, इकाइयों को कम क्षमता पर चलाने की वजह से परिचालन में कोयले और ईंधन की खपत बढ़ गई है। इससे परियोजनाओं पर दोहरी मार पड़ रही है।
रात 11:30 बजे से सुबह तक बंद किया जाएगा #WHATSAPP, जाने वायरल ऑडियो का सच #UTTARPRADESH : युवक की लाठी और सरिया से पीट-पीटकर हत्या
देश में सिर्फ तीन दिन का कोयला बचा, ग्रिड फेल होने का संकट
नई दिल्ली: देश के बिजली संयंत्रों में सिर्फ तीन दिन का कोयला बचने से ग्रिड फेल होने संकट बढ़ गया है। ऊर्जा मंत्रालय से शनिवार को उच्चस्तरीय बैठक में पावर ग्रिड को बचाने की रणनीति बनाने के साथ कोयला मंत्रालय को भी कड़े कदम उठाने के सुझाव दिए हैं।