RAHUL PANDEY
बिकरू कांड (bikru kand) के बाद पुलिस और प्रशासन ने एनकाउंटर में मारे जा चुके विकास दुबे (VIKASH DUBEY) और उसके रिश्तेदारों व परिचितों पर शुरू की गई कार्रवाई को और आगे बढ़ा दिया है। जिला प्रशासन ने अब विकास, उसकी पत्नी, बेटों, बहन और भांजों के नाम पर दर्ज संपत्तियों को भी जब्त करने के आदेश दिए हैं। इनमें 50 करोड़ रुपये से अधिक की अचल और 14 लाख रुपये से अधिक की चल संपत्तियां हैं, जिनमें कई वाहन भी शामिल हैं। जिलाधिकारी विशाख जी (DM Vishakh ji) की कोर्ट ने आदेश के बाद इसकी प्रति गैंगस्टर कोर्ट में भेज दी है। डीएम विशाख जी ने बताया कि सभी प्रत्यावेदन खारिज कर दिए हैं। अब मामले की सुनवाई कानपुर देहात गैंगस्टर कोर्ट में होगी।
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बिकरू कांड से चर्चा में आए विकास दुबे का पुलिस ने 10 जुलाई 2020 को एनकांउटर कर दिया था। इसके बाद उसकी चल अचल संपत्तियों को जब्त करने की कार्रवाई शुरू हुई थी। मई 2022 को पुलिस ने रिपोर्ट दी, जिसके मुताबिक विकास दुबे वर्ष 1986 से अपराध में लिप्त था। उसने अपराध की काली कमाई से अकूत संपत्ति खरीदी। अपनी पत्नी रिचा और बेटों के साथ बहन चंद्रकांती उर्फ चंद्रकांता और रेखा देवी, जीजा दिनेश तिवारी, भांजे अमन, गगन, पवन और कुलदीप के नाम पर भी संपत्तियां खरीदी थीं। इन अचल संपत्तियों की बाजार कीमत 50 करोड़ 68 लाख 84 हजार 709 रुपये है। वहीं चल संपत्ति की कीमत 14 लाख 35 हजार रुपये है। रिपोर्ट के अनुसार, जिनके नाम पर संपत्तियां खरीदी गईं उनके पास आमदनी का कोई वैध साधन नहीं था। ऐसे में इन लोगों के नाम पर दर्ज संपत्तियों की सूची बनाकर जब्तीकरण की कार्रवाई शुरू हुई। बता दें कि इन संपत्तियों को चिह्नित कर कार्रवाई के निर्देश जारी किए गए थे। हालांकि इस कार्रवाई के विपरीत विकास की पत्नी रिचा दुबे और अन्य रिश्तेदारों ने डीएम के यहां प्रार्थना पत्र दिया था, जिसे डीएम कोर्ट ने खारिज कर दिया है।
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