Arti Pandey
Chandigarh
म्यूनिसिपल कारपोरेशन में प्रापर्टी टैक्स के दस्तावेज गुम होने के मामले में विजिलेंस इंक्वायरी मार्क कर दी गई है। शिकायतकर्ता से पूछा गया है कि क्या वह अपनी भेजी शिकायत पर स्टैंड करते हैं। इसका चंडीगढ़ प्रशासन और विजिलेंस को सकारात्मक जवाब दे दिया गया है।
बता दें कि शहर के लोगों व कई सामाजिक संगठनों और एसोसिएशनों की दलील है कि म्यूनिसिपल कारपोरेशन ने प्रापर्टी टैक्स का सारा रिकार्ड गुम कर दिया है और अब लोगों की ओर बकाया रकम निकाली जा रही है। प्रापर्टी टैक्स का रिकार्ड गुम करने वाले संबंधित अफसरों और कर्मचारियों पर कार्रवाई होनी चाहिए कि आखिर उन्होंने इतना महत्वपूर्ण रिकार्ड गुम कैसे हो गया। इस बाबत एडवाइजर मनोज परिदा को शिकायत दी थी।
जानकारी के अनुसार बीते कुछ दिनों से शहर के लोगों के पास नोटिस आ रहे हैं। इन नोटिसों के जरिये रेजीडेंशियल व कामर्शियल प्रापर्टी मालिकों की तरफ म्यूनिसिपल कारपोरेशन ने बीते वित्तिय वर्षों के प्रापर्टी टैक्स की बकाया रकम भेज दी है जिसे देखकर खुद प्रापर्टी मालिक हक्के बक्के हैं। चूंकि वित्तिय वर्ष 2019-20 के लिए भी प्रापर्टी टैक्स जमा कराने की कवायद शुरू हो चुकी है लिहाजा जब प्रापर्टी मालिक बकाया टैक्स और वर्तमान वित्तिय वर्ष की रकम जमा कराने पहुंच रहे हैं तो उन्होंने म्यूनिसिपल कारपोरेशन के मुलाजिमों और अधिकारियों से दरखास्त की कि बीते वित्तिय वर्ष में जो बकाया राशि उनकी तरफ निकाली गई है तो उसकी डिटेल दिखा दी जाए क्योंकि उन्होंने तो बीते साल ही जितनी रकम का प्रापर्टी टैक्स जमा कराने का नोटिस आया था वह जमा करा दी थी।
इस पर म्यूनिसिपल कारपोरेशन के अधिकारी जवाब दे रहे हैं कि बीते साल जो प्रापर्टी टैक्स जमा कराया है उसकी कारपोरेशन की ओर से मिली रसीद लेकर आएं जिसका अपने रिकार्ड से मिलान किया जा सके? शहर के लोगों व कई सामाजिक संगठनों और एसोसिएशनों की दलील है कि म्यूनिसिपल कारपोरेशन ने प्रापर्टी टैक्स का सारा रिकार्ड गुम कर दिया है और अब लोगों की ओर बकाया रकम निकाली जा रही है जो बिलकुल नाजायज है। प्रापर्टी टैक्स का रिकार्ड गुम करने वाले संबंधित अफसरों और कर्मचारियों पर कार्रवाई होनी चाहिए कि आखिर उन्होंने इतना महत्वपूर्ण रिकार्ड गुम कैसे करा? इस बाबत एडवाइजर मनोज परिदा को शिकायत दी थी।