Puja Ghanti Niyam : हिंदू धर्म में पूजा-पाठ के दौरान घंटी के बिना पूजा अधूरी मानी जाती है। ऐसे में पूजा के दौरान घंटी भी आवश्यक रूप से बजाई जाती है। मंदिर के मुख्य द्वार घंटी (Ghanti) लगाई जाती है तो वहीं, घर के मंदिर में छोटी घंटी का इस्तेमाल किया जाता है। इसका धार्मिक महत्व भी उतना ही है। ऐसे में आइए जानते हैं पूजा के दौरान घंटी का क्या महत्व होता है। Puja Ghanti Niyam
इन मंत्रों के जाप से दूर होंगी आर्थिक समस्याएं
रोजाना गिलहरी देखने का होता है खास मतलब
इसलिए बजाई जाती है घंटी
मंदिर में प्रवेश करते समय घंटी बजाई जाती है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार मंदिर में प्रवेश करते समय घंटी बजाने से देवी-देवताओं में चेतना जागृत होती है और उनका आकर्षण अपने भक्तों की ओर बढ़ता है। इसके साथ ही घंटी की आवाज वातावरण में एक सकारात्मक ऊर्जा का संचार करती है और इससे आसपास मौजूद नकारात्मका का नाश होता है। जिससे वातावरण शुद्ध और शांतिमय बना रहता है। साथ ही घंटी की ध्वनि बहुत कर्णप्रिय भी होती है। Puja Ghanti Benefits
बसंत पंचमी पर घर लाएं ये चीजें, मिलेगी सफलता
बसंत पंचमी पर इस विधि से करें देवी सरस्वती की पूजा
घंटी बजाने के नियम
घंटी बजाते समय इस बात का ध्यान रखें कि घंटी को कभी भी जोर से कभी नहीं बजाना चाहिए। इसके साथ ही लगातार भी घंटी नहीं बजानी चाहिए। केवल 2-3 बार ही घंटी बजाएं। आपने कई लोगों को मंदिर से बाहर आते समय भी घंटी बजाते देखा होगा। लेकिन ऐसा करना बिलकुल भी सही नहीं माना गया।
क्यों मनाई जाती है बसंत पंचमी, कैसे हुई शुरुआत
जानें, देश के किस राज्य में कैसे मनाया जाता है बसंत पंचमी का पर्व?
शरीर को मिलते हैं ये लाभ
घंटी बजाने का न केवल धार्मिक महत्व है, बल्कि यह शारीरिक दृष्टि से भी लाभकारी सिद्ध होती है। घंटी बजाने से उत्पन्न होने वाली ध्वनि व्यक्ति के शरीर के सात चक्रों को सक्रिय कर देती है। साथ ही घंटी की आवाज से मस्तिष्क को भी शांति का अनुभव होता है। साथ ही यह ध्वनि शरीर के अंदर सभी नकारात्मक विचारों और बुराइयों को दूर करने का काम करती है।
बेहद प्रिय है भगवान कृष्ण को यह स्तोत्र
गुप्त नवरात्र शुरू होने से पहले नोट करें सामग्री की पूरी लिस्ट
डिसक्लेमर: ‘इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें।