पॉलिटिक फंक्शन न किए जाने की अंडरटेकिंग क्यों नहीं ली गई?
Arti Pandey
Chandigarh
चुनाव आयोग से मिली नोटिस का जवाब पंजाब यूनिवर्सिटी के वीसी की ओर से रविवार को मॉडल कोड ऑफ कंडेक्ट कमेटी को भेज दिया गया है। जवाब में लिखा है कि यहां पर सेमिनार को लेकर कोई भी गोल्डन जुबली हॉल बुक करा सकता है। इसकी फीस और जीएसटी को लेकर यह हॉल बुक कर दिया जाता है। जवाब से संतुष्ट न होते हुए कमेटी की ओर से फिर एक नोटिस पीयू के वीसी को संबोधित करते हुए भेजा गया है।
नोटिस में लिखा है कि लोकसभा चुनाव के दौरान हॉल के बुक करने की परमिशन देने से पहले संबंधित से पॉलिटिकल फंक्शन न किए जाने की अंडरटेकिंग क्यों नहीं ली गई। कमेटी ने 24 घंटे में इसपर जवाब मांगा है। कमेटी के अफसर गगन शर्मा ने बताया कि पीयू वीसी की ओर से जवाब आया था। एक और नोटिस जारी किया गया है कि यह पब्लिक गवर्नमेंट की बिल्डिंग है। परमिशन देने से पहले उनसे अंडरटेकिंग लेनी चाहिए थी कि कोई भी राजनीतिक गतिविधि नहीं की जाएगी।
यह है मामला
दरअसल शनिवार को चुनाव आयोग की ओर से पंजाब यूनिवर्सिटी के वीसी के नाम संबोधित नोटिस जारी किया गया था। मॉडल कोड ऑफ कंडक्ट के नोडल ऑफिसर की ओर से जारी किए गए नोटिस में आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन को लेकर २४ घंटे में जवाब मांगा गया था। नोटिस में लिखा था कि पीयू में बगैर चुनाव आयोग के अनुमति या जानकारी के आठ मई को एजुकेशनल इंस्टीट्यूट में कैसे बीजेपी के फेवर में इलेक्शन का प्रचार किया गया।
आरएसएस ;राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के नेता इंद्रेश कुमार ने पंजाब के गोल्डन जुबली हॉल सेक्टर 14 में आयोजित एक कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी सरकार के लिए एक लंबा भाषण दिया। शिकायत में बताया गया है कि नो मोर पाकिस्तान शीर्षक से एक कार्यक्रम में आरएसएस के विचारक ने यह भी कहा कि भाजपा 2019 में फिर से सरकार बनाएगी। इसमें भाजपा के प्रमुख और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफों का गुणगाण कैसे किया गया जबकि चुनाव आचार संहिता पूरी तरह से लागू है। क्यों न इसे चुनाव संहिता का सरासर उल्लंघन माना जाए और आपके खिलाफ कार्रवाई की जाए?