Radha Ashtami 2024 : प्रत्येक वर्ष भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को राधा अष्टमी (Radha Ashtami 2024) का पर्व जोर शोर से मनाया जाता है। Radha Ashtami 2024
धार्मिक मान्यता के अनुसार राधा रानी का जन्म भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को बरसाने में हुआ था। राधा अष्टमी को राधा जयंती के नाम से भी जानते हैं। इस वर्ष राधा अष्टमी 11 सितंबर, बुधवार को मनाई जाएगी। इस साल राधा अष्टमी के दिन रवि योग बन रहा है। Radha Ashtami 2024
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अगर आप इस शुभ असवर पर राधा रानी के मंदिर जाने का प्लान बना रहे हैं, तो आप राधा रानी के मंदिर (Shri Radha Rani Temple) जरूर जाएं। जो उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले के बरसाना में स्थित है। मंदिर राधा रानी को समर्पित है। इसे राधा रानी का महल के नाम से भी जाना जाता है। आइए जानते हैं इस मंदिर से जुड़े रोचक तथ्यों के बारे में।
राधा रानी मंदिर का इतिहास
इस मंदिर में राधा रानी के दर्शन करने के लिए श्रद्धालुओं को 250 सीढ़ियां चढ़नी पड़ती हैं। यह मंदिर पहाड़ियों की चोटी पर स्थित है। मंदिर का निर्माण लगभग 500 वर्ष पहले ओरछा नरेश ने कराया था। मंदिर लाल बलुआ पत्थर से बना है और मंदिर में स्तंभ हैं। इसमें मुगल काल की संरचना देखने को मिलती है।
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बहुत महत्वपूर्ण है मंदिर
धार्मिक मान्यता के अनुसार, भगवान श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के बाद 15 दिन बाद भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी को राधा रानी का अवतरण हुआ था। इसलिए इस दिन को राधा अष्टमी के रूप में मनाया जाता है। इसी वजह से राधा रानी के भक्तों के लिए यह मंदिर बहुत ही महत्वपूर्ण है।
राधा रानी मंदिर टाइमिंग
राधा रानी मंदिर सुबह 05 बजे खुलता है और दोपहर में 02 बजे मंदिर के पट बंद कर दिए जाते हैं। वहीं, संध्याकाल में 05 बजे मंदिर के कपाट दर्शनों के लिए खोल दिए जाते हैं और 09 बजे मंदिर बंद होता है।
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कैसे पहुंचे मंदिर?
अगर आप राधा रानी के मंदिर जाना जाते हैं, तो यह मंदिर दिल्ली-आगरा राजमार्ग पर स्थित कोसीकलां से 7 किमी दूर है। वहीं, मथुरा से 50 किमी की दूरी पर है। यहां मंदिर तक बस, कार या टैक्सी की मदद से आसानी से पहुंच सकते हैं।
भारतीय रेलवे का भी ऑप्शन है। इस मंदिर के पास कोसीकलां रेलवे स्टेशन है। यहां पहुंचने के बाद मंदिर तक बस और कार के द्वारा जा सकते हैं।
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