Rahul Gandhi said : संसद के मानसून सत्र में अविश्वास प्रस्ताव पर दूसरे दिन की बहस राहुल गांधी की स्पीच के साथ शुरू हुई। राहुल ने अपने 35 मिनट के भाषण में भारत जोड़ो यात्रा और मणिपुर पर बात की। parliament monsoon session 2023
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राहुल ने कहा- हमारे प्रधानमंत्री आज तक मणिपुर नहीं गए। उनके लिए मणिपुर हिंदुस्तान नहीं है। मैं रिलीफ कैंप गया। महिलाओं और बच्चों से बात की। प्रधानमंत्रीजी ने आज तक नहीं किया।
सेना एक दिन में वहां शांति ला सकती है। आप ऐसा नहीं कर रहे हो, क्योंकि आप हिंदुस्तान में मणिपुर को मारना चाहते हो। आप भारत माता के रखवाले नहीं, आप भारत माता के हत्यारे हो।
राहुल के भाषण के जवाब में केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी बोलीं- राहुल भारत माता की हत्या की बात करते हैं। कांग्रेस ताली बजाती है। ये इस बात का संकेत है कि मन में गद्दारी किसके है।
राहुल की स्पीच की बड़ी बातें…
राहुल ने स्पीकर को धन्यवाद दिया और…
राहुल गांधी ने स्पीच की शुरुआत में स्पीकर से कहा- सबसे पहले मैं आपका धन्यवाद करना चाहता हूं कि आपने मेरी सांसदी बहाल की। पिछली बार जब मैं बोला तो थोड़ा कष्ट भी पहुंचाया। इतनी जोर से अडाणी जी पर फोकस किया कि जो आपके सीनियर नेता हैं, उन्हें थोड़ा कष्ट हुआ। जो कष्ट हुआ उसका असर आप पर भी हुआ। इसके लिए माफी मांगता हूं। मैंने सिर्फ सच्चाई रखी थी।
मोदी जी सिर्फ दो लोगों की सुनते हैं
राहुल ने कहा- मोदी जी अगर मणिपुर की आवाज नहीं सुनते हैं, उसके दिल की आवाज नहीं सुनते हैं तो किसकी सुनते हैं? किसकी आवाज सुनते हैं, सिर्फ दो लोगों की आवाज सुनते हैं। रावण दो लोगों की सुनता था- मेघनाद और कुंभकर्ण। वैसे ही मोदी जी अमित शाह और अडाणी की सुनती है।
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अडाणी पर नहीं बोलूंगा
राहुल ने कहा- आज जो मेरे भाजपा के मित्र हैं। आज आपको डरने की जरूरत नहीं है। अडाणी जी पर नहीं बोलने जा रहा हूं। आप शांत रह सकते हैं। मेरा भाषण आज दूसरी डायरेक्शन में जा रहा है। रूमी ने कहा था कि जो शब्द दिल से आते हैं, वो शब्द दिल में जाते हैं। आज मैं दिमाग से नहीं बोलना चाहता, आज मैं दिल से बोलूंगा। मैं आज आप लोगों पर इतना आक्रमण नहीं करूंगा। एक-दो गोले जरूर मारूंगा। आप रिलैक्स कर सकते हैं।
मणिपुर में भारत माता की हत्या हुई
राहुल बोले- जैसे मैंने भाषण की शुरुआत में बोला कि भारत एक आवाज है। जनता की आवाज है, दिल की आवाज है। उस आवाज की हत्या आपने मणिपुर में की, इसका मतलब भारत माता की हत्या आपने मणिपुर में की। आप देशद्रोही हो, आप देशभक्त नहीं हो। इसीलिए आपके प्रधानमंत्री मणिपुर नहीं जा सकते हैं, क्योंकि उन्होंने मणिपुर में हिंदुस्तान, भारत माता की हत्या की है। आप भारत माता के रखवाले नहीं, आप भारत माता के हत्यारे हो। इन्होंने मणिपुर में हिंदुस्तान की हत्या की है। सिर्फ मणिपुर की नहीं की। इनकी राजनीति ने मणिपुर का नहीं, हिंदुस्तान का मर्डर किया।
स्पीकर बिड़ला बोले- भारत माता हमारी मां है, सदन में बोलते वक्त मर्यादा का ध्यान रखें। इस पर राहुल बोले- मैं अपनी मां की बात कर रहा हूं। आपने मणिपुर में मेरी मां की हत्या की। एक मां यहां बैठी है, दूसरी की हत्या आपने मणिपुर में की। सेना एक दिन में वहां शांति ला सकती है। आप ऐसा नहीं कर रहे हो, क्योंकि आप हिंदुस्तान में मणिपुर को मारना चाहते हो।
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राहुल बोले- PM के लिए मणिपुर हिन्दुस्तान नहीं है
राहुल गांधी ने कहा- कुछ दिन पहले मैं मणिपुर गया। हमारे प्रधानमंत्री आज तक नहीं गए, क्योंकि उनके लिए मणिपुर हिंदुस्तान नहीं है। मैंने मणिपुर शब्द प्रयोग किया। आज की सच्चाई यह है कि मणिपुर नहीं बचा है। मणिपुर को आपने बांट दिया है, तोड़ दिया है। रिलीफ कैंप में गया, महिलाओं से बात की, बच्चों से बात की। प्रधानमंत्री जी ने आज तक नहीं किया।
स्मृति ईरानी ने कहा- आप इंडिया नहीं हैं
स्मृति ईरानी ने कहा- आप इंडिया नहीं हैं। पहली बार राष्ट्र के इतिहास में भारत मां की हत्या की बात की। कांग्रेस पार्टी यहां तालियां बजाती रही। जो भारत की हत्या की बात पर तालियां पीटते हैं, इस बात का संकेत पूरे देश को दिया कि मन में गद्दारी किसके है। मैं आज हिंदुस्तानी होने के नाते कहती हूं, मणिपुर खंडित-विभाजित नहीं है, मेरे देश का अंग है।
इन्हीं के अलायंस के सदस्य ने तमिलनाडु में कहा- भारत का मतलब मात्र उत्तर भारत नहीं है। राहुल के अंदर हिम्मत हो तो वो अपने साथी के बयान का खंडन करें। कांग्रेस के एक साथी ने कश्मीर में रेफरेंडम की बात की। आप में हिम्मत हो तो कश्मीर को देश से अलग करने की साजिश में उसका क्या रोल है, आप बताएं। आप भारत नहीं हैं।
मणिपुर ना खंडित था, ना है और ना होगा
स्मृति ने कहा- शायद अपने ही कोलाहल में सुन ना पाए हों, मणिपुर ना खंडित था, ना है और ना होगा। देश का अभिन्न अंग है। हमारे राष्ट्र के संसदीय इतिहास में आज तक भारत मां की हत्या की बात करने वाले कभी भी बैठकर मेज नहीं थपथपाते। कांग्रेसियों ने मां की हत्या के लिए आज बैठकर मेज थपथपाई है।
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ये इंसाफ की बात करते हैं, ये चेहरा धूमिल है। मैं बताऊं किसका चेहरा है? ये चेहरा है गिरिजा टिक्कू का। 90 के दशक में एक महिला यूनिवर्सिटी में अपना पे चेक लेने जाती है। बस से घर लौटने का प्रयास करती है। उसको 5 मर्द बस से खींच कर टैक्सी में ले जाते हैं, बलात्कर करते हैं और फिर आरी से उसका बदन काट देते हैं। जब उनके जीवन पर बनी फिल्म आई तो कांग्रेस के कुछ प्रवक्ताओं ने उसे प्रोपेगैंडा कहा।
सरला भट्ट मेडिकल स्टाफ थी। 90 के दशक में उसको उसके इंस्टिट्यूट से अगवा कर गैंगरेप किया गया। आज मैं पूछना चाहती हूं कि इनकी अलायंस के लोग हिंदुस्तान को विभाजित करने की बात करते हैं, ये इंसाफ के पुजारी बताते हैं। गिरिजा टिक्कू और सरला भट्ट को इंसाफ कब मिलेगा। उस समय यह नारे गूंजते थे- रलियू, सलियू, गलियू, यानी या अपना धर्म बदलो या कश्मीर छोड़ दो या यहीं मरो।
उनकी आवाज को आपने कभी नहीं सुना
उनकी आवाज को आपने कभी नहीं सुना, वो भारत की आवाज नहीं है? 84 के दौरान मुझ जैसे कुछ लोग राजधानी दिल्ली में थे। प्रणय गुप्ता ने कहा कि सिख बच्चों को नपुंसक बनाकर उनके अंग मांओं के मुंह में ठूंसे गए। त्रिलोक पुरी की 30 महिलाओं का गैंगरेप किया गया। मां के सामने बेटे को केरोसिन छिड़क कर आग लगा दी।
ईरानी ने कहा- कश्मीर की बेटियों को दहेज के लिए प्रताड़ित किया जाता था तो वहां की बेटियों के पास कानून का सहारा नहीं था, क्योंकि धारा 370 थी। प्रदेश के बाहर ब्याही गईं तो पैतृक सम्पत्ति से हक खत्म हो जाता था। नाबालिग का ब्याह होता था, तो 370 की वजह से कानून का सहारा नहीं मिल पाता था। जो देश से भाग गए हैं, उन्हें बता दूं कि रलियू, सलियू, गलियू कहने वाला बचेगा नहीं।
अडाणी खराब तो जीजाजी उनके साथ क्या कर रहे हैं
स्मृति ने कहा- तब से अडाणी-अडाणी कर रहे हैं। अडाणी इतने ही खराब है तो जीजाजी उनके साथ क्या कर रहे हैं। पूछना चाहती हूं 1993 में मुंद्रा पोर्ट में कांग्रेस सरकार ने अडाणी को जगह दी। 72 हजार करोड़ का लोन दिया। राजस्थान में 7 हजार करोड़ से ज्यादा का समझौता किया।
केरल में CONGRESS की UDF सरकार के साथ पोर्ट का काम दिया। महाराष्ट्र में कांग्रेस सरकार में पोर्ट का काम दिया। बंगाल में हल्दिया पोर्ट का काम क्यों दिया। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस ने काम क्यों दिया? अब इसमें बेटा किसका सेट होगा और दामाद को कितना भेंट होगा, ये हम क्या जानें?
स्मृति ने कहा- पूरी बला की जड़ परिवारवाद में है। परिवारवाद की राजनीति की जड़ कांग्रेस में हैं। इनके अलायंस के लोग चारा खाते हैं और ये उनके घर जाकर मटन खाते हैं। मजबूरी स्वीकार ली है। इन्होंने मजबूरी स्वीकार कर ली है कि तीसरी बार मोदी की बारी।