#PNB घोटाले के बाद #ReserveBankofIndia का बड़ा फैसला
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पंजाब नैशनल बैंक#PNB में हुए 11,400 करोड़ रुपए के घोटाले के बाद #ReserveBankofIndia ने बड़ी कार्रवाई की है। आर.बी.आई. ने देश के सभी बैंकों पर आयात के लिए लेटर ऑफ अंडरटेकिंग (एल.ओ.यू.) जारी करने पर रोक लगा दी है। इसके अलावा लेटर ऑफ क्रेडिट और बैंक गारंटी भी कुछ शर्तों के साथ ही दी जा सकेगी। जानकारों के अनुसार रिजर्व बैंक के इस कदम से कई कारोबारियों को दिक्कत हो सकती है। ऑल इंडिया जेम्स एंड ज्वेलरी के चेयरमैन नितिन खंडेलवाल के मुताबिक बैंक के इस कदम से छोटे ज्वैलरों पर असर होगा।
क्या है एल.ओ.यू.?
- लेटर ऑफ अंडरटेकिंग एक तरह की बैंक गारंटी होती है जो ओवरसीज इंपोर्ट पेमेंट के लिए जारी की जाती है।
- सीधे शब्दों में इसका अर्थ होता है कि अगर लोन लेने वाला (नीरव मोदी) इस लोन को नहीं चुकाता है तो बैंक पूरी रकम ब्याज समेत बिना शर्त चुकाता है।
- बैंक एक निश्चित समय के लिए जारी करता है। बाद में जिसको ये एल.ओ.यू. जारी किया गया उससे पूरा पैसा वसूला जाता है।
- एल.ओ.यू. को आधार बनाकर नीरव मोदी ने विदेश में दूसरी बैंकों की ब्रांच से पैसा लिया।