#SainaNehwalWedding : बॉयफ्रेंड पारुपल्ली कश्यप से रचाई शादी
#SainaNehwalWedding: बैटमिंटन स्टार सायना नेहवाल ने अपने दोस्त पारुपल्ली कश्यप से एक प्राइवेट सेरेमनी में शादी की. ये शादी 14 दिसंबर को सायना के साइबराबाद के रायदुर्गम स्थित घर ओरियन विला में हुई. सायना नेहवाल और उनके पति परुपल्ली कश्यप दोनों में इस शादी की जानकारी अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स से फैन्स को दी. अब 16 दिसबंर को दोनों रिसेप्शन देंगे.
शादी तक का पूरा सफर
इस शादी में सायना और पारुपल्ली के लगभग 40 मेहमान शामिल हुए. मेहमानों में आंध्र प्रदेश और तेलंगाना के राज्यपाल ईएसएल नरसिम्हा भी मौजूद थे. साइना ने शादी की घोषणा करते हुऐ कश्यप के साथ ट्विटर पर फोटो साझा करते हुए लिखा, ‘‘मेरी जिंदगी की सबसे अच्छी जोड़ी (बेस्ट मैच ऑफ माई लाइफ). अभी शादी हुई. सायना ने अपनी शादी के लुक का काफी मिनिमल रखा और पारुपल्ली भी पिंक कुर्ते और जैकेट में नज़र आए. बता दें, साइना और कश्यप की मुलाकात पुलेला गोपीचंद अकादमी में हुई थी. दोनों 10 सालों (2007) से एक-दूसरे के साथ हैं. इस बात का सबूत सायना नेहवाल के इंस्टाग्राम पर देखा जा सकता है. सायना और पारुपल्ली दोनों ही बैडमेंटन खिलाड़ी हैं. दोनों की दोस्ती बैंडमिंटन टूर्स के जरिए ही आगे बढ़ी.
यहां जानिए कौन हैं भारत की बैडमिंटन स्टार सायना नेहवाल के पति
- 32 साल के पारुपल्ली कश्यप को भारत सरकार से साल 2012 में अर्जुन अवॉर्ड मिला.
- पारुपल्ली अभी तक एकलौते भारतीय बैंडमिंटन खिलाड़ी जो 2012 में हुए लंदन ओलम्पिक्स में मेन्स सिंगल्स के क्वाटर फाइनल तक पहुंचे.
- सायना नेहवाल और पारुपल्ली कश्यप दोनों ही 16 दिसंबर 2018 को शादी का रिसेप्शन देंगे.
- पारुपल्ली कश्यप 2014 में हुए कॉमन वेल्थ गेम्स में गोल्ड मेडल जीता. बता दें, भारत को मेन्स सिंगल में गोल्ड मेडल 32 साल बाद मिला. इससे पहले 1982 में सैयद मोदी भारत के लिए गोल्ड मेडल लेकर आए थे. वहीं, साल 2010 भारत में हुए कॉमन वेल्थ गेम्स में भी पारुपल्ली ने ब्रॉन्ज़ मेडल जीता.
- पारुपल्ली कश्यप अस्थमा के मरीज़ हैं.
- पारुपल्ली कश्यप 11 साल की उम्र से बैडमिंटन खेल रहे हैं. उन्होंने साल 2005 में नेशनल और 2006 में इंटरनेशनल खेला.
- पारुपल्ली कश्यप साल 2012 में हुए ओलंपिक्स गेम्स के क्वाटर फाइनल तक पहुंचने वाले पहले भारतीय बैडमिंटन पुरुष खिलाड़ी बने.
- सायना और पारुपल्ली एक-दूसरे को डेट करने से पहले ही साल 2005 से पुलेला गोपीचंद अकादमी में साथ-साथ ट्रेनिंग करते आ रहे हैं.