Sansad salary : सांसद पद को रुतबे और पावर के लिए जाना जाता है. इनके पास कानून को बनाने और उसे बदलना का अधिकार होता है. सरकार की नीतियों की समीक्षा करना हो या आलोचना, सांसद के पास ये अधिकार हैं.
सरकार को सलाह देने के साथ, सदन में बहस करना, अंतराष्ट्रीय मामलों में भागीदारी और अंतरराष्ट्रीय सम्मेलनों देश का प्रतिनिधितत्व करने का काम भी सांसद करते हैं. अब यह भी जान लेते हैं कि इन्हें कितनी salary मिलती है और कितनी तरह के भत्ते मिलते हैं?
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कितनी सैलरी-कितने भत्ते सांसद को मिलते हैं?
सांसद को सैलरी के साथ अलग-अलग तरह के भत्ते मिलते हैं. अगर सिर्फ भत्तों को जोड़ा जाए तो वो आंकड़ा सैलरी से कहीं ज्यादा होता है. एक सांसद को हर माह 1 लाख रुपए बतौर वेतन मिलते हैं. यह मूल वेतन है.
इन्हें हर माह 2 हजार रुपए दैनिक भत्ता, 70 हजार रुपए निर्वाचन क्षेत्र भत्ता, 60 हजार रुपए कार्यालय व्यय भत्ता मिलता है. इसके अलावा आवास, निर्वाचन क्षेत्र आवास और इंटरनेट कनेक्टिविटी के लिए तीनों टेलीफोनों पर सालाना 1,50,000 फ्री CALL की जा सकती हैं. किराया FREE सरकारी आवास मिलता है. जिसके लिए हर साल 50,000 यूनिट बिजली मिलती है.इस तरह सिर्फ भत्तों को ही जोड़ा जाए तो यह आंकड़ा वेतन से कहीं आगे निकल जाता है.
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ये सुविधाएं मिलती हैं
सांसद को पास भी दिया जाता है, जो उन्हें FREE rail travel करने का अधिकार देता है. वह किसी भी ट्रेन की फर्स्ट क्लास एसी या एग्जिक्यूटिव क्लास में यात्रा कर सकते हैं. सरकारी काम के सिलसिले में विदेश यात्रा करने पर भी सांसद को सरकारी भत्ता देने का नियम है. हर सांसद को इलाज की सुविधा भी मिलती है. सांसद किसी भी सरकारी अस्पताल या रेफर कराने के बाद किसी प्राइवेट अस्पताल में इलाज कराते हैं तो उसका खर्च सरकार उठाती है. इतना ही नहीं सांसद को सरकारी खर्च पर सिक्योरिटी गार्ड मिलते हैं.
क्षेत्र के आधार पर विशेष भत्ते:
लद्दाख और अंडमान-निकोबार द्वीपसमूह (Ladakh and Andaman and Nicobar Islands) के सांसदों को विशेष भत्ते दिए जाते हैं. विशेष भत्ता इन सांसदों को उनकी विशिष्ट भौगोलिक परिस्थितियों और यात्रा आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए प्रदान किया जाता है, ताकि वे अपनी संसदीय जिम्मेदारियों को प्रभावी ढंग से निभा सकें.
अंडमान और निकोबार द्वीपसमूह या लक्षद्वीप के सांसदों को एक मुफ्त स्टीमर पास और उनके आवास से मुख्य द्वीप के निकटतम एयरपोर्ट तक के हवाई किराए के बराबर राशि प्रदान की जाती है. लद्दाख के सांसदों को उनके और उनके जीवनसाथी के लिए लद्दाख और दिल्ली के बीच यात्रा के हवाई किराए के बराबर राशि दी जाती है.
पूर्व सांसद को मिलती हैं इतनी सुविधाएं
पूर्व सांसद अगर कोई एक सहयोगी संग ट्रेन में सफर करता है तो दोनों सेकंड AC में फ्री ट्रैवल कर सकते हैं. अगर पूर्व सांसद चाहे तो अकेले फर्स्ट AC में फ्री रेल यात्रा कर सकता है.पेंशन की बात करें तो सांसद लोकसभा का हो या राज्य सभा का हो, इन्हें 25 हजार रुपए प्रति माह पेंशन दी जाती है.
अगर कोई सांसद 5 साल से अधिक समय तक सांसद रहता है यानी जैसे-जैसे कार्यकाल बढ़ता है, उसकी वरिष्ठता का सम्मान करते हुए हर साल 1500 रुपए हर महीने अलग से दिए जाते हैं. यही वजह है कि ज्यादा कार्यकाल बिताने वाले सांसदों की पेंशन भी ज्यादा होती है.