Satyanarayan Vrat 2024 : सत्यनारायण व्रत (Satyanarayan Vrat) को बहुत शुभ मानते हैं। यह भगवान विष्णु को समर्पित है। साधक इस शुभ दिन पर श्री हरि विष्णु की पूजा-अर्चना करते हैं। पूर्णिमा तिथि हर महीने सत्यनारायण व्रत को मनाया जाता है। Satyanarayan Vrat 2024
इस दिन लोग भगवान विष्णु और देवी लक्ष्मी का आशीर्वाद लेने के लिए लक्ष्मीनारायण मंदिर जाते हैं। तो आइए जानते हैं कि यह 2024 में कब पड़ेगा:Satyanarayan Vrat 2024
अयोध्या वंदे भारत 22 जनवरी तक निरस्त
राम की ननिहाल से पहुंचे चांदी के 31 खड़ाऊ
क्या है ‘प्राण प्रतिष्ठा’ शब्द का मतलब? कैसे आते हैं प्राण
सत्यनारायण व्रत 2024 लिस्ट
पौष पूर्णिमा 25 जनवरी, 2024।
माघ पूर्णिमा 24 फरवरी, 2024।
फाल्गुन पूर्णिमा 24 मार्च, 2024।
चैत्र पूर्णिमा 23 अप्रैल, 2024।
वैशाख पूर्णिमा 23 मई, 2024।
ज्येष्ठ पूर्णिमा 21 जून, 2024 पूर्णिमा।
आषाढ़ पूर्णिमा 21 जुलाई 2024।
श्रावण पूर्णिमा 19 अगस्त, 2024।
भाद्रपद पूर्णिमा 17 सितंबर, 2024।
अश्विन पूर्णिमा 17 अक्टूबर, 2024।
कार्तिक पूर्णिमा 15 नवंबर, 2024 पूर्णिमा।
मार्गशीर्ष पूर्णिमा 15 दिसंबर, 2024 पूर्णिमा।
इतने प्रकार के देसी व्यंजनों का स्वाद चखेंगे मेहमान
मकर संक्रांति की पूजा के समय पढ़ें ये कथा
सत्यनारायण व्रत का महत्व
हिंदू धर्म में सत्यनारायण व्रत का धार्मिक महत्व है। भक्त इस विशिष्ट दिन उपवास करते हैं और भगवान विष्णु (Shri Satyanarayan Puja) की पूजा करते हैं। यह कहा जाता है कि यह उन खास दिनों में से एक है जब चंद्रमा पृथ्वी के करीब आता है दिव्य चंद्रमा की किरणें पृथ्वी पर पड़ती हैं। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, इस दिन लोग कई तरह की आध्यात्मिक और धार्मिक गतिविधियों भी करते हैं, जिसका परिणाम बेहद सफल और शुभ होता है।
भगवान सत्यनारायण मंत्र
ॐ श्री सत्यनारायण नमः
शर्करास्नानं समर्पयामि
शर्करा स्नानान्ते पुनः शुद्धोदक स्नानं समर्पयामि।।
ॐ नारायणाय विद्महे वासुदेवाय धीमहि तन्नो विष्णु प्रचोदयात्।।
शान्ताकारं भुजगशयनं पद्मनाभं सुरेशं
विश्वाधारं गगनसदृशं मेघवर्णं शुभाङ्गम्
लक्ष्मीकान्तं कमलनयनं योगिभिर्ध्यानगम्यं
वन्दे विष्णुं भवभयहरं सर्वलोकैकनाथम्।।
साल 2024 में कब – कब है विनायक चतुर्थी? तिथि
PONGAL 2024 : इस दिन से शुरू हो रहा है पोंगल का पर्व
डिसक्लेमर- इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें।