Sawan 2023 : सावन शुरू होने वाला है। पूरा देश में हरहर बमबम की गूंज सुनाई देगी। वाराणसी के विश्वनाथ धाम (Kashi Vishwanath Dham) में भी भक्तों की बढती संख्या को देखते हुए विशेष तैयारी की जा रही है। दो माह पडने के चलते यह सावन और भी खास हो गया है। ये सावन काशी विश्वनाथ धाम के लिए अद्वितीय है।
मंदिर में शिव महापुराण और शिव कथा पूरे 59 दिनों तक कही जाएगी। बाबा को दस सुंदर श्रृंगार मिलेंगे। 2 करोड़ श्रद्धालु इस बार आने की उम्मीद है। 50 हजार वर्ग मीटर के कॉरिडोर के उद्घाटन के बाद यह दूसरा सावन है। प्लास्टिक कांवड़ इस समय पूरी तरह से वर्जित हैं। साथ ही, गर्भगृह में झांकी दर्शन करने वालों को प्रवेश नहीं मिलेगा। साथ ही, प्रबंधन ने सावन के सोमवारों और सामान्य दिनों के लिए नई दरें जारी की हैं। वाराणसी के कमिश्नर कौशल राज शर्मा (Commissioner Kaushal Raj Sharma) के मुताबिक, सोमवार को मंगला आरती के अलावा किसी भी तरह की आरती के टिकट नहीं कटेंगे। सभी सोमवार को स्पर्श दर्शन पर रोक रहेगा। बाकी दिन नियम से ज्योतिर्लिंग को छू सकेंगे। सावन के सोमवार को VIP और सुगम दर्शन नहीं कराया जाएगा। जो भक्त आएंगे, वो कतार में ही लगकर दर्शन करेंगे। Sawan 2023
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श्रावण महीने की महिमा बताई जाएगी (Sawan 2023)
न्यास के अध्यक्ष प्रो. नागेंद्र पांडेय ने कहा, “देवाधिदेव महादेव के अनगिनत स्वरूपों और ज्योतिर्लिंगों के साथ ही, उनकी भक्ति के बारे में काफी डिटेल से जानकारी दी जाएगी।” हम बाबा (Kashi Vishwanath Dham) के मददकारी स्वरूप का तात्विक विवेचन, रहस्य, महिमा और उपासना करेंगे। लोग स्वयंभू शिव की महिमा, लीला और कथाओं के अलावा उनकी पूजा-विधि, बुद्धिमान कहानियां और दंतकथाएं जानेंगे। यहां एक समय में लगभग पांच सौ भक्त बैठकर शिव महापुराण सुन सकेंगे। शिव पुराण पूरा होने पर श्रावण महीने की महिमा बताई जाएगी। मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी सुनील कुमार वर्मा का कहना है कि गर्भगृह में प्रवेश पर प्रतिबंध रहेगा।
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ये सावन काशी विश्वनाथ धाम के लिए अद्वितीय (Sawan 2023)
59 दिन शिव भक्त कथाएं सुनेंगे
देश-विदेश से आने वाले शिवभक्तों को वाराणसी (Kashi Vishwanath Dham) के प्रसिद्ध कथा व्यास ब्रज वल्लभ शास्त्री पूरे 59 दिनों तक शाम 4 से 6 बजे तक शिव महापुराण सुनाएंगे। इस तरह का कार्यक्रम बाबा विश्वनाथ धाम में पहली बार हो रहा है। इस बार शिव की महिमा भी सुनाई जाएगी, नव्य-भव्य धाम में ज्योतिर्लिंग के दर्शन-पूजन और जलाभिषेक के साथ। श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर न्यास परिषद मंदिर चौक परिसर में शिव महापुराण कर रहा है। सावन इसका प्रारंभ और अंत होगा।
कैसे होगा जलाभिषेक (Sawan 2023)
बाबा का जलाभिषेक बाहर से ही होगा।
हर भक्त को 2 से 4 सेकेंड का टाइम मिलेगा, उसी में पूजा करनी होगी।
मंदिर में चारों द्वार से श्रद्धालुओं का प्रवेश और निकास होगा।
जिस द्वार से श्रद्धालु प्रवेश करेंगे उसी रास्ते से उनकी वापसी करेंगे।
काशी विश्वनाथ मंदिर के गर्भगृह के चारों गेट पर लगे पाइप से भक्त शिवलिंग पर जल, दूध, फूल अर्पित कर सकेंगे।
10 श्रृंगार में अलग-अलग रूपों में दिखेंगे शिव
इस सावन में 8 सोमवार और 2 पूर्णिमा आ रही है। पूरे 10 दिन तक बाबा का अलग-अलग रूपों में श्रृंगार होगा। श्री काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास की तरफ से जानकारी दी गई कि पहला श्रृंगार 10 जुलाई को होना है। आइए आपको बताते हैं हर सोमवार को पूर्णिमा पर बाबा कैसे-कैसे रूपों में नजर आने वाले हैं…
न लगेगी धूप, न भीगेंगे भक्त
गंगा द्वार से ज्यादा से ज्यादा भक्तों को एंट्री दी जाएगी। कांवड़ियों की अलग लाइन होगी। पूरे कॉरिडोर में 2 इंच मोटी मैट बिछवाई गई है। इसे जर्मन हैंगर से ढका गया है, जिससे धूप और बारिश से भी बचने में मदद मिलेगी। गर्मी के ताप और उमस से बचाने के लिए एयर कूलर और फैन लगाए गए हैं। लाइन में लगे भक्तों की प्यास बुझाने के लिए वाटर कूलर की भी व्यवस्था है। बाबा की भक्ति में डूबे भक्तों को जर्मन हैंगर बारिश से भींगने से बचाएगा।
QR कोड स्कैन करके मिलेगी पूरी जानकारी (Sawan 2023)
कांवड़ियों के लिए पब्लिक प्लेस पर QR कोड लगाया जाएगा। इसे स्कैन करते ही उनके लिए सुविधाएं, भोजन और ठहराव जैसी व्यवस्थाओं की जानकारियां मिल जाएंगी।
CCTV, कमांडो, इंस्पेक्टर, कॉन्स्टेबल देंगे सुरक्षा
सुरक्षा के लिए 5 जोन और 12 सेक्टर बनाए गए हैं। रविवार देर रात से सोमवार देर रात तक भक्तों की सुरक्षा व्यवस्था आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस) के 25 कमांडो संभालेंगे। सिगरा पर सिटी कमांड कंट्रोल सेंटर है, जहां पर 200 से ज्यादा CCTV कैमरों से मंदिर पर नजर रखी जाएगी।
आकस्मिक चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध (Sawan 2023)
सावन (Sawan 2023) में काशी विश्वनाथ धाम (Kashi Vishwanath Dham) के श्रद्धालुओं के लिए आकस्मिक चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध हैं। आसपास के अस्पतालों में पच्चीस बेड उपलब्ध हैं। मंदिर चौक पर अस्थायी अस्पताल इमरजेंसी चिकित्सा के लिए बनाया जाएगा। CMO डॉ. संदीप चौधरी ने बताया कि डॉक्टर और पैरामेडिकल स्टाफ तीन शिफ्ट में काम करेंगे। प्राथमिक जांच और आवश्यक दवा मिलेगी।