प्रारंभ और समापन दोनों ही सोमवार को होगा…
बाबा की आराधना और दर्शन का सोमवार को अधिक महत्व मानते हैं
देवाधिदेव महादेव की आराधना का पावन मास सावन sawan 2020 का आगमन 6 जुलाई से होगा। इस बार सावन मास का प्रारंभ और समापन दोनों ही सोमवार को होगा। वैसे तो सभी दिन भगवान के हैं, लेकिन बाबा अचलनाथ को सोमवार अति प्रिय है। sawan 2020 इसलिए भक्त सोमवार को बाबा की आराधना और दर्शन का सोमवार को अधिक महत्व मानते हैं।
सावन में काशी विश्वनाथ मंदिर में उमड़ने वाली भीड़ को नियंत्रित करने के लिए तैयारियां शुरू हो गई हैं। कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने इसे लेकर शुक्रवार को मंदिर कार्यालय में अधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक में आईजी विजय सिंह मीणा, डीएम कौशलराज शर्मा, एसएसपी प्रभाकर चौधरी, और मंदिर के सीईओ गौरांग राठी सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे। कमिश्नर ने दर्शनार्थियों की भीड़ को देखते हुए उनके प्रवेश व निकास के लिए तीन अलग-अलग रास्तों का प्रबंध कराने का निर्देश दिया। मैदागिन से गोदौलिया के बीच मजबूत जिग-जैग बैरिकेडिंग के साथ ही साथ छह-छह फीट की दूरी पर गोल रिंग बनवाने को कहा है।
झांकी दर्शन होगा
कोरोना संक्रमण से बचाव के तहत शहर के यादव बंधुओं से इस बार सावन के पहले सोमवार को बाबा विश्वनाथ के प्रतीकात्मक जलाभिषेक का आग्रह किया जाएगा।
काशी विश्वनाथ मंदिर के अधिकारी सावन के दौरान रुद्राभिषेक आदि कराने वाले श्रद्धालुओं से भी पांच-छह की ही संख्या में आने का आग्रह करेंगे ताकि सोशल डिस्टेंसिंग का अनुपालन हो सके।
इस दौरान गर्भ गृह में प्रवेश लोग नहीं कर सकेंगे।
झांकी दर्शन होगा।
कमिश्नर ने सौ-सौ मीटर की दूरी पर सेनेटाइजर केन रखवाने और उसका स्प्रे कराने को कहा।
सावन में मैदागिन से गोदौलिया मार्ग पर वाहन नहीं चलेंगे। सुरक्षा और निर्बाध बिजली आपूर्ति की चाक-चौबंद व्यवस्था सुनिश्चित कराने पर विशेष जोर दिया।