Special Train रास्ते में भूख, प्यास और गर्मी से मजदूर परेशान
प्रवासी मजदूरों के लिए रोजाना सैकड़ों श्रमिक स्पेशल ट्रेन special train in india चलाई जा रही है. 30 घंटे का सफर 4 दिन में पूरा हो रहा है. रास्ते में भूख, प्यास और गर्मी से मजदूर परेशान है. मजदूरों के सब्र का बांध टूट रहा है और वह हंगामा करने के लिए मजबूर हो रहे हैं.
दरअसल, दिल्ली से बिहार के मोतिहारी जा रही ट्रेन train चार दिन में समस्तीपुर पहुंची, जबकि यात्रा महज 30 घंटे की है. मजदूरों का कहना है कि उन्हें मोतिहारी का टिकट दिया गया है और ट्रेन पिछले 4 दिनों से उन्हे घुमा- घुमा कर ले जा रही है. लोगों का कहना है कि मुसीबत के वक्त वो घर लौट रहे हैं और अब ये सफर भी मुसीबत बन गई है.
पुणे में 22 मई को ट्रेन 25 मई को दोपहर में समस्तीपुर पहुंची
- समस्तीपुर पहुंची एक ट्रेन special train in india के यात्री गगन बताते है कि उसने पुणे में 22 मई को ट्रेन पकड़ी थी और छत्तीसगढ़, उड़ीसा, झारखंड, पश्चिम बंगाल की सैर कराते हुए ट्रेन 25 मई को दोपहर में समस्तीपुर पहुंची.
- इसी तरह धर्मेंद्र बताते है कि उन्होंने पुणे में ट्रेन पकड़ी थी. पूरा इंडिया special train in india घुमाते हुए 70 घंटे बाद ट्रेन समस्तीपुर पहुंची. जबकि यात्रा में महज 36 घंटे लगते हैं. समस्तीपुर पहुंचने वाली दूसरी ट्रेनों के यात्रियों की भी कहानी ऐसी ही थी.
- कोई 22 तारीख से सफर में था तो कोई भूख प्यास और गर्मी की वजह से बेहाल.
- रेलवे प्रशासन का कहना है कि ट्रैक खाली नहीं मिलने की वजह से रूट डायवर्ट किया जा रहा है. कोशिश की जा रही है कि मजदूरों को खाना- पानी दिया जा सके.
न खाना, न पानी..परेशान मजदूर
एक अन्य यात्री ने बताया कि जिस स्टेशन पर ट्रेन रूकती थी तो करीब 2-3 घंटे खड़ी ही रहती थी. इस बीच न तो उन्हें खाना मिलता था और न ही पानी. ट्रेन लेट होने पर समस्तीपुर रेलमंडल की सीनियर डीसीएम सरस्वती चन्द्र बताते हैं कि कई सारी ट्रेन अनियमित तरीके से चल रही है, क्योंकि पाथ (ट्रैक खाली) नहीं है. कहीं तो कुछ ट्रेन शॉर्ट नोटिस पर चलाया गया है. इसके कारण ट्रेनें लेट हो रही है. हमलोग कोशिश कर रहे है कि हमारे डिवीजन में ट्रेनें लेट न हो.