#SupremeCourt : कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण की वजह
#SupremeCourt : कोरोना वायरस लगातार बढ़ता ही जा रहा है जिसे देखते हुए सुप्रीम कोर्ट ने पुरी में भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा jagannath rath yatra puri पर रोक लगा दी है. ये फैसला कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण की वजह से लिया गया है.
रथ यात्रा पर रोक लगाने वाली याचिका पर सुनवाई करते हुए मुख्य न्यायाधीश एसए बोबडे ने कहा, ‘लोगों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए हम इस साल रथ यात्रा jagannath rath yatra puriरोकने को उचित मानते हैं और इस बात का निर्देश दिया जाता है कि ओडिशा के मंदिर क्षेत्रों में किसी भी रथ यात्रा का आयोजन ना किया जाए.’
284 वर्षों में रथ यात्रा को कभी भी रद्द नहीं किया गया
इतिहासकार असित मोहंती ने बताया कि ऐतिहासिक साक्ष्य के अनुसार रथ यात्रा jagannath rath yatra puri की शुरूआत 13 वीं शताब्दी से शुरू हुई थी. पिछले 284 वर्षों में रथ यात्रा को कभी भी रद्द नहीं किया गया है. हालांकि इतिहास में कई बार अलग-अलग शासकों के आक्रमण के कारण भी कई बार रथ यात्रा jagannath rath yatra puriरोकनी पड़ी थी लेकिन फिर कुछ अवसरों पर ये रथ यात्रा मंदिर परिसर के अंदर आयोजित की जाती थी.
विशेषता
भगवान जगन्नाथ जी की रथयात्रा आषाढ़ शुक्ल द्वितीया को जगन्नाथपुरी jagannath rath yatra puri से आरंभ होती है और दशमी तिथि को समाप्त होती है. रथयात्रा में भगवान जगन्नाथ वर्ष में एक बार जनसामान्य के बीच जाते हैं, इसलिए इसका इतना ज्यादा महत्व है. रथयात्रा में सबसे आगे ताल ध्वज पर श्री बलराम, उनके पीछे पद्म ध्वज रथ पर माता सुभद्रा व सुदर्शन चक्र और अंत में गरुण ध्वज पर श्री जगन्नाथ जी सबसे पीछे चलते हैं. इस दौरान लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं jagannath rath yatra puri की भीड़ उमड़ती है.