Surya Dev Puja : सनातन धर्म में सूर्य देव (Surya Dev) भी पूजनीय हैं। सूर्य को प्रतिदिन साधकों द्वारा अर्घ्य दिया जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार हर दिन सूर्य देव की पूजा करके जल अर्पित करने वाले साधक की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। प्रत्येक देवता का अपना अलग वाहन होता है, ठीक उसी प्रकार सूर्य देव एक रथ पर सवार होते हैं, जो सात घोड़े से बना है। आइए जानते हैं इस सात घोड़ों का महत्व। Surya Dev Puja
यह हैं सूर्य के सात घोड़े के नाम
गायत्री, वृहति, उष्णिक, जगति, त्रिष्टुप, अनुष्टुप और पंक्ति हैं सूर्य देव के रथ में लगे सात घोड़ों के नाम। सफेद रंग के यह सुंदर घोड़े हैं। Surya Dev Puja
महत्व
धार्मिक मान्यताओं ने इस सात घोड़ो को सप्ताह के सात दिनों से जोड़ा है। माना जाता है कि सूर्य देव के रथ में जुते सात घोड़े इन्द्रधनुष के सात रंगों को भी दर्शाते हैं। वहीं, सूर्य की रोशनी में 7 तरह की रोशनी मिलती है, जो ये 7 घोड़े हैं।
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रथ से जुड़ी अन्य रोचक बातें
अरुण देव, भगवान विष्णु के वाहन गरुड़ के भाई, सूर्य देव के रथ के सारथी हैं संवत्सर सूर्य के रथ का एकमात्र पहिया है। इस पहिये में बारह तीलियां लगी हैं, जो वर्ष के बारह महीनों को बताते हैं। माना जाता है कि इस रथ का एक सिरा मानुषोत्तर पर्वत पर है, जबकि दूसरा सिरा मेरु पर्वत पर है। शास्त्रों में कहा गया है कि सूर्य देव का रथ का विस्तार नौ हजार योजन है।
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