पौष अमावस्या पर पूजा-पाठ और श्राद्ध कर्म से पितरों की आत्मा को शांति मिलती है, साथ ही उन्हें मोक्ष की प्राप्ति होती है। शास्त्रों के अनुसार पौष अमावस्या के दिन चंद्र देव की पूजा की जाती है। ऐसा भी माना जाता है कि पौष मास के अमावस्या के दिन पितृदोष और काल सर्प दोष का उपाय करने से बहुत लाभ मिलता है।