छठ पूजा (Chhath Puja) का त्योहार दिवाली के छह दिन बाद मनाया जाता है। पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार और झारखंड समेत देश के कई हिस्सों में छठ पूजा का विशेष महत्व है। शास्त्रों के अनुसार, छठ पूजा संतान प्राप्ति और उसके खुशहाल जीवन की कामना के लिए कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि होती है। यह व्रत (vrat) तीन दिनों तक चलता है।
Diwali 2022
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Religious
Chhath Puja 2022: कब है छठ पूजा? नहाए-खाय और खरना की तारीखें और पूजन सामग्री
by ARTI PANDEYby ARTI PANDEY -
समुद्र मंथन के समय धन्वंतरी वैद्य अमृत कलश लेकर समुद्र से प्रकट हुए थे। आरोग्य की प्राप्ति और उत्तम स्वास्थ्य के लिए धन्वंतरी जयंती पर धन्वंतरी पूजन एवं यज्ञ-हवन करना चाहिए। हमारे शास्त्रों में जीवेम शरद: शतम् अर्थात हम स्वस्थ रहते हुए सौ साल की आयु तक जीवित रहें, ऐसी कामना की गई है।
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ज्योतिषाचार्य की मानें तो दीपावली का उत्सव 24 अक्टूबर को मनाया जाएगा। प्रदोष काल में अमावस्या का होना दीपावली मनाने का प्रमाण है, जो 24 अक्टूबर को पड़ रहा है। इसके साथ ही दिवाली से अगले दिन सुर्यग्रहण और कार्तिक की पूर्णिमा के गंगा स्नान पर 8 नवंबर को शाम 2:39 से 6:19 तक चंद्रग्रहण पड़ेगा।
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इस साल अमावस्या तिथि 24 और 25 अक्टूबर दोनों दिन है। लेकिन 25 अक्टूबर को अमावस्या (Amavasya) तिथि पर प्रदोष काल पहले ही समाप्त हो जा रहा है। 24 अक्टूबर को प्रदोष काल में अमावस्या तिथि मौजूद रहेगी।