महंत अरूण भारती कहते हैं कि मंदिर परिसर में हुए अतिक्रमण पर प्रशासन कोई कार्रवाई नहीं करता। सावन में लाखों की संख्या में तो वहीं सोमवार को हजारों की संख्या में भक्त दर्शन को आते हैं। गेट से मंदिर तक की सडक पर दुकानों ने अतिक्रमण कर रखा है। अगर कोई बडा हादसा होता है तो भक्त कैसे बाहर निकल सकेंगे। प्रशासन को इस ओर ध्यान देना चाहिए।