एक निजी कंपनी के निदेशक ने लखनऊ के इंदिरानगर थाने में शनिवार को कुलपति प्रो. विनय पाठक समेत दो लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई है. आरोप है कि डॉ भीमराव आंबेडकर यूनिवर्सिटी आगरा के कुलपति रहने के दौरान प्रो विनय पाठक ने बिलों के भुगतान करने के एवज में 1.41 करोड़ रुपये का कमीशन लिया. जिसके बाद इस मामले की जांच यूपी एसटीएफ को सौंप दी गई है. एसटीएफ ने इस मामले में एक निजी कंपनी के मालिक अजय मिश्रा को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.