ज्यादा रोना कर सकता है बच्चे का दिमागी विकास….
छोटे बच्चे की केयर करने का काम थोड़ा मुश्किल होता है क्योंकि वह अपनी बात बोलकर नहीं बता पाते। नई मांओं को अक्सर ऐसी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। अगर आप भी अभी-अभी मां बनी हैं और नन्हें को संभालने में आपको थोड़ी मुश्किल हो रही हैं तो घबराइए मत।
आज हम आपको कुछ ऐसे टिप्स बताते हैं जो आपके बहुत काम आएंगे।
तो आइए जानते हैं आपको बच्चे की परवरिश करते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।
बच्चे को अकेला ना छोड़ें
कुछ लोगों को लगता है कि बच्चा छोटा वह अपनी जगह से हिल नहीं सकता। मगर आपका एेसा सोचना एक दम गलत है। छोटे बच्चे आसानी से करवट लें सकते हैं, जिससे उनके गिरने का खतरा बना रहता है इसलिए बच्चे को कभी अकेला ना छोड़ें।
बच्चे को देर तक रोने न दें
जब भी बच्चा ज्यादा देर तक रोता है तो उसका स्ट्रेस लेवल बहुत ज्यादा बढ़ जाता है। एेसा होने पर उसके शारीरिक और मानसिक विकास पर असर पड़ता है। इसके साथ ही बच्चे के साथ जितना हो सके उतना समय बिताएं।
दूध पिलाने के बाद बच्चे को डकार जरूर दिलवाएं
बच्चे को दूध पिलाने के बाद उनको डकार जरूर दिलवाएं। एेसे करने से उनके पेट में पैदा होने वाली गैस निकल जाएगी। इसके साथ ही इस बात का भी ध्यान रखें कि बच्चे को दूध पिलाने के बाद एक-दम से सुलाएं ना।
बच्चे को पेट के बल ना सुलाएं
बच्चे को कभी भी पेट के बल ना सुलाएं। इस तरह सोने से बच्चे के पेट पर जोर पड़ता है जिससे उसको पाचन संबंधित समस्याएं हो सकती हैं। बच्चे को हमेशा सेहतमंद रखने के लिए उसका मुंह ऊपर की ओर करके ही लिटाएं।
बच्चे को जोर से झटकें ना
बच्चे को भूलकर भी जोर से झटकें ना क्योंकि उनके शरीर के अंग बहुत ज्यादा नाजुक होते हैं। बच्चों को तेजी से झटकने या फिर हिलाने से उनके शरीर के अंगों को नुकासन हो सकता है।