डिजिटल का खतरा, अड़े रहे तो TV पर बंद हो जाएगी…
एक जमाना था जब टीवी सीरियल्स को देखने के लिए सड़कों पर भीड़ जमा हो जाया करती थी. शोज इतने लोकप्रिय थे कि लोग पागलों की तरह एपिसोड्स का इंतजार किया करते थे.
टीवी पर रामायण, महाभारत जैसे धार्मिक सीरियल्स के अलावा साराभाई वर्सेज साराभाई, कैप्टन व्योम, अलिफ़ लैला, इंद्रधनुष, मुंगेरीलाल के हंसीन सपने, आरोहन, देख भाई देख, मालगुड़ी डेज, तारा, ऑफिस-ऑफिस, व्योमकेश बक्शी जैसे अलग अलग जोनर के कई दर्जन शोज क्लासिक में शुमार किए जाते हैं.
वो वक्त देश में टीवी की शुरुआत का था. लेकिन कंटेंट और वेरायटी देखने को मिलती थी. बाद में ‘कसौटी जिंदगी की’ और ‘बालिका वधू’ जैसे सीरियल्स ने लोगों के दिलों पर गहरी छाप छोड़ी है. पिछले कुछ सालों से टीवी में प्रयोग नाम की चीज नहीं देखने को मिल रही है. कुछ चले चलाए फ़ॉर्मूले पर नए रंग रोगन के साथ वही घिसी पिटी कहानियां दर्शकों को परोसी जा रही हैं. सालों तक सीरियल्स को खींचना और वो ही रोना-धोना लोगों को रास नहीं आ रहा है.
जाहिर सी बात है कि मनोरंजन का डोज फीका पड़ा है. जाहिर सी बात है कि शो की टीआरपी गिर रही है. नए नए शोज TRP की कमी की वजह से बंद भी हो रहे हैं.
बोरियत से भरे शोज के प्लॉट पहले जैसा जादू नहीं दिखा पा रहे हैं. लोग भी सास-बहू वाले ड्रामे से निकलकर कुछ नए की तलाश में वेब सीरीज की ओर बढ़ रहे हैं. इस बीच डिजिटल प्लेटफॉर्म अच्छा और फ्रैश कंटेंट के साथ लोगों का मनोरंजन कर रहा है. देश की नई जेनरेशन टीवी की बजाय डिजिटल प्लेटफॉर्म पर शिफ्ट होती नजर आ रही है. यूट्यूब का तेजी से उभार और भारत में डिजिटल प्लेटफॉर्म्स की ग्रोथ इस बात का सबूत हैं. पिछले डेढ़ साल के दौरान कई वेब सीरीज हिट हुए हैं. इसने भारत में डिजिटल स्ट्रीमिंग के लिहाज से एक नया और विस्तृत ऑडियंस बेस भी तैयार किया है.
सैक्रेड गेम्स, मिर्जापुर, ब्रीद, इनसाइड एज, मेड इन हैवन, क्रिमिनल जस्टिस, दिल्ली क्राइम, सेलेक्शन डे, लाखों में एक जैसी दरजनों सीरीज ने लाखों लोगों को अपना दीवाना बना दिया है. वेब सीरीज में फैमिली कंटेंट का चलन भी हाल के दिनों में बढ़ा है. इंस्पिरेशनल स्टोरीज यूथ का भरपूर मनोरंजन कर रही हैं. इसी के साथ अब कई डिजिटल प्लेटफॉर्म, हाउस वाइफ्स को ध्यान में रखकर कंटेट तैयार कर रहे हैं.
वेब सीरीज पर फैमिली ड्रामा भी देखने को मिल रहा है. यहां तक की डेली शोप टाइप्स सीरियल्स भी वेब सीरीज में कंवर्ट कर दिए गए हैं. इसका सीधा-सीधा असर टीवी शोज पर पड़ेगा.
हालांकि, टीवी की दुनिया का चस्का इतनी आसानी से खत्म होने वाला नहीं हैं. खासतौर डेली शोप्स ने हाउस वाइफ्स के दिलों में अपनी जड़ें मजबूती से जमाई हुई हैं. लेकिन अब टीवी को डिजिटल प्लेटफोर्म से मिल रही चुनौती का सामना करने के लिए कंटेट के लेवल पर प्रयोग करना होगा. क्योंकि डिजिटल प्लेटफॉर्म की पॉपुलैरिटी, टीवी के लिए खतरे की घंटी है.