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18 नवम्बर को मनाया जाएगा पहला प्राकृतिक चिकित्सा दिवस प्रदेश
ARTI PANDEY , Chandigarh
चंडीगढ़ हरियाणा के स्वास्थ्य एवं आयुष मंत्री अनिल विज ने कहा कि 18 नवम्बर को पहला प्राकृतिक चिकित्सा दिवस प्रदेश के सभी जिलों तथा आयुर्वेदिक संस्थानों में मनाया जाएगा। इससे लोगों को प्राकृतिक उपचार एवं खानपान के विषय में जानकारी प्राप्त होगी।
प्रदान किया जा सका पूर्ण स्वास्थ्य
- आयुष मंत्री ने बताया कि इस दिन को मनाने का उद्देश्य ‘भोजन ही केवल चिकित्सा है’ पर बल दिया जाएगा, ताकि लोगों को पूर्ण स्वास्थ्य प्रदान किया जा सका।
- उन्होंने कहा कि हमारे जीवन का खानपान से ही व्यक्ति का उपचार सम्भव है। हमारा शरीर पंच तत्वों से मिलकर बना है, जिनका सन्तुलन हमारे दैनिक खाने से ही किया जा सकता है।
- इसके आयोजन के लिए जिला स्तर पर अलग से बजट की व्यवस्था की गई है।कृष्णा आयुष विश्वविद्यालय, कुरूक्षेत्र के कुलपति डॉ. बलदेव कुमार ने बताया कि विश्वविद्यालय स्तर पर भी पहले प्राकृतिक चिकित्सा दिवस को मनाया जाएगा।
- इसके लिए अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई है।
- उन्होंने बताया कि इस संबंध में विश्वविद्यालय से संबंधित सभी महाविद्यालयों को इस प्रकार का आयोजन करने के निर्देश दिए गए हैं।
- कृष्ण राजकीय महाविद्यालय कुरुक्षेत्र तथा आतुराल्य में भी इसे मनाया जाएगा।
कुलपति ने कहा कि हमारी पांचों उंगलियों में अग्नि, वायु, आकाश, जल तथा पृथ्वी तत्व मौजूद होते हैं, इसलिए हाथ की उंगलियों से खाना खाने ने न केवल स्वास्थ्यवर्धक होता है बल्कि ऊर्जावान भी होता है। अत: लोगों को आधुनिकता की बजाय खानपान की अपनी प्राचीन प्रणाली का प्रयोग करना चाहिए।
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