कार्ड के चक्रव्यूह में फंस कर पैसा वापस नहीं कर पाया
डाटा एंट्री ऑपरेटर की जॉब करने वाले एक शख्स ने 9 बैंकों के क्रेडिट कार्ड से खर्च किया और जब वह क्रेडिट कार्ड के चक्रव्यूह में फंस कर पैसा वापस नहीं कर पाया तो परिवार सहित चौथी मंजिल से कूदकर आत्महत्या के लिए मजबूर हो गया. सुसाइड की इस कोशिश में उस शख्स की मौत हो गई जबकि उसकी 5 साल की बेटी और पत्नी जिंदगी और मौत के बीच जंग लड़ रही हैं. यह दिल दहलाने वाला मामला देश की राजधानी दिल्ली का है.
परेशान होकर पति और पत्नी ने अपनी 5 साल की बेटी
पूर्वी दिल्ली के जगतपुरी इलाके में लोन और क्रेडिट कार्ड वालों के फोन से परेशान होकर पति और पत्नी ने अपनी 5 साल की बेटी के साथ चौथी मंजिल से कूदकर आत्महत्या की कोशिश जिसमें पति सुरेश (34) की मौके पर ही मौत हो गई. उधर पत्नी मंजीत कौर (31) और बेटी तान्या (5) दोनों को गंभीर हालत में पास के अस्पताल में भर्ती कराया गया. थाना जगतपुरी ने इस मामले में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. इस दिल दहला देने वाली घटना से इलाके में सनसनी फैल गई है.
पुलिस ने हत्या की कोशिश का मुकदमा दर्ज किया
दरअसल, सुरेश के पास 9 बैंकों के क्रेडिट कार्ड थे. उसने परिवार की जरूरतें पूरा करने के लिए क्रेडिट कार्ड से खरीददारी की. क्रेडिट कार्ड के ब्याज, पैनल्टी और फिर रिकवरी के फोनों से वह इतना परेशान हो गया था कि सुरेश ने अपने परिवार को खत्म करने की ठान ली. इसके लिए उसने पत्नी को भी तैयार कर लिया.आधी रात को दोनों ने अपनी 5 साल की बेटी सहित घर की चौथी मंजिल से छलांग लगा दी. सुरेश की तो मौके पर मौत हो गई लेकिन मां-बेटी की जान बच गई. हालांकि, दोनों को काफी चोट आई है. महिला की हालत में सुधार होने पर उसके बयान लिए गए, जिसके आधार पर पुलिस ने हत्या की कोशिश का मुकदमा दर्ज किया.
पुलिस की जांच में पता चला मृतक सुरेश कुमार एक प्राइवेट कंपनी में डाटा एंट्री ऑपरेटर था. उसकी सैलरी कम थी लेकिन खर्चे ज्यादा थे. उस पर बैंकों के क्रेडिट कार्ड के आठ लाख रुपये कर्ज के रूप में चढ़ चुके थे
जानकारी के मुताबिक, सुरेश कुमार मूलरूप से होशियारपुर (पंजाब) का रहने वाला था. जगतपुरी में वह गली नंबर-5, न्यू गोविंदपुर में पत्नी मंजीत कौर और बेटी तान्या के साथ रहता था. चार मंजिल की बिल्डिंग के ग्राउंड फ्लोर पर यह परिवार रहता था. सुरेश, गुड़गांव की एक कंपनी में नौकरी करता था.