ARTI PANDEY
कार्डियोलॉजी में छिबरामऊ की रहने वाली 35 वर्षीय महिला रोगी के हृदय की मुख्य धमनी की झिल्ली का छेद स्टंट डालकर बंद कर दिया गया। धमनी की झिल्ली में हल्का से छेद होने से उसमें खून भर रहा था और एक छोटे गुब्बारे की तरह झिल्ली फूल गई थी जिसके कभी भी फटने का खतरा था।
सांस लेने में तकलीफ
कार्डियोलॉजी के निदेशक प्रोफेसर विनय कृष्णा ने बताया कि रोगी ओपीडी में सांस लेने में तकलीफ होने की शिकायत लेकर आई थी। उसे एक महीने से अधिक तकलीफ रही है। चेस्ट एक्सरे कराने के बाद उसका सीटी एरोटोग्राम जांच कराई गई। इसमें आर्टरी में रोग का पता चला। इसके बाद एंडोवैस्कुलर विधि से रोगी का इलाज किया गया। उसे चीरा नहीं लगाया गया। जांघ की नस से स्टंट हृदय की मुख्य धमनी में लगाया गया जहां झिल्ली में छेद हुआ था । प्रोफेसर कृष्णा ने बताया कि रोगी को नौ जनवरी को भर्ती किया गया। स्टंट डालने के बाद 24 घंटे डॉक्टरों की टीम की निगरानी में इसे आईसीयू में रखा गया। रोगी इस समय वार्ड में हैं और स्वस्थ है। उसे दो-तीन में डिस्चार्ज कर दिया जाएगा। सर्जन की टीम में सीवीटीएस विभागाध्यक्ष डॉ. राकेश कुमार वर्मा, डॉ. नीरज प्रकाश, डॉ. सौरभ कुमार, डॉ. माधुरी प्रियदर्शी, डॉ. अंकित सिंह आदि रहे।
हृदय की मुख्य धमनी 100 प्रतिशत बंद, एंजियोप्लास्टी करके मरीज की जान बचाई
KANPUR NEWS दंपति की हत्या कर डकैती
डीएम साहब के आदेश के बाद भी नगर निगम ने नहीं दिया हर्जाना
सरकारी मशीनरी की लापरवाही, मरे लोगों के खाते में भेज दिए सात करोड़ रुपये
कौन सी मार्केट की किस दिन रहेगी साप्ताहिक बंदी
हर्षिता की मौत दहेज हत्या नहीं आत्महत्या थी : कोर्ट