चेहरे के रिंकल्स दूर कर उसका ग्लो बढ़ाने का काम करते हैं ये
खूबसूरत और हेल्दी स्किन के लिए पौष्टिक आहार जरूरी होता है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि विटामिंस की कमी से कई समस्याएं हो सकती हैं। भोजन से हमें विटामिन्स और मिनरल्स मिलते ही हैं। अगर इनसे युक्त चीज़ों का अलग तौर पर भी इस्तेमाल किया जाए तो कहने ही क्या…आप अगर साफ-सुथरी, निखरी त्वचा पाना चाहती हैं तो विटामिन थेरेपी एक ऐसी चीज है जिसका लंबे समय तक कोई नुकसान नहीं होता। दरअसल अब विटामिंस सीरम और कैप्सूल के रूप में मिलने लगे हैं, जिन्हें त्वचा पर आसानी से इस्तेमाल किया जा सकता है। सही तरीके से विटामिंस के इस्तेमाल से त्वचा खूबसूरत बन सकती है। डर्मेटोलॉजिस्ट्स का कहना है कि विटामिन थेरेपी आधुनिक थेरेपी है। विटामिंस के फायदों की जानकारी से आप त्वचा में आसानी से निखार और कसाव ला सकती हैं।
विटामिन ए
विटामिन ए त्वचा में झुर्रियों को आने से रोकने में मदद करता है। यह त्वचा में कसाव लाकर उसे चमकदार बनाता है। साथ ही त्वचा को क्रैक्स से भी बचाकर उसे स्मूद बनाता है। विटामिन ए कद्दू, पपीता, गाजर, दूध, दही आदि में पर्याप्त मात्रा में पाया जाता है। फेसपैक, उबटन, स्क्रब और इनके फेशियल से चेहरे को जरूरी विटामिन ए मिलता है और स्किन में झुर्रियां नजर नहीं आती। त्वचा में कसाव लाने के लिए पके पपीते के गूदे में ग्लिसरीन मिलाकर चेहरे पर 15-20 मिनट तक लगाएं। सूखने पर गीला करके हल्के हाथों से मलते हुए छुड़ाएं।
विटामिन ई
त्वचा की ऊपरी परत को न्यूट्रिशन और सुरक्षा देने के लिए विटामिन ई बहुत जरूरी है। यह त्वचा का रूखापन हटाता है और झुर्रियों को आने से रोकता है। यह एक अच्छा एंटी-ऑक्सीडेंट है और त्वचा को फ्री रेडिकल्स से होने वाले नुकसान से बचाता है। त्वचा के टिश्यू रिपेयर करने में इसका खास रोल होता है। यह सूर्य की तेज और नुकसानदेह यूवी किरणों से हुए नुकसान की भी भरपाई करता है। वैसे तो विटामिन ई के कैप्सूल बाजार में आसानी से अवेलेबल हैं लेकिन अगर आपकी स्किन बहुत ज्यादा ड्राय है तो विटामिन ई लगाने और खाने से गजब का बदलाव नजर आएगा। विटामिन ई बादाम, एवोकैडो, ऑलिव ऑयल, कीवी और टमाटर में भरपूर मात्रा में पाया जाता है। सप्ताह में दो-तीन बार इनका इस्तेमाल फेसपैक के रूप में करने से काफी फायदा मिलेगा।
विटामिन सी
लगभग सभी ब्यूटी क्रीम का खास हिस्सा विटामिन सी होता है। यह बॉडी में कोलेजन का उत्पाद करता है, जो एक तरह का प्रोटीन है। यह त्वचा की संरचना करने में मदद करता है। 35 की उम्र के बाद कोलेजन बनने की गति बहुत धीमी होने लगती है, इस वजह से त्वचा का लचीलापन कम होता जाता है और वह ढीली पड़ने लगती है। 35 की उम्र के बाद त्वचा को विटामिन सी की बहुत ज्यादा जरूरत होती है। न सिर्फ बॉडी बल्कि चेहरे के लिए भी विटामिन सी की सख्त जरूरत होती है। यह स्किन में कसाव और चमक लाता है। विटामिन सी जलन भी दूर करता है। इसमें पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट्स फ्री रेडिकल्स को न्यूट्रीलाइज करते हैं, जिससे कोशिकाएं क्षतिग्रस्त नहीं होती और आप लंबे समय तक जवां नजर आती हैं। यह खट्टे और रसदार फलों जैसे संतरा, मौसमी, कीनू, नींबू और अंगूर के अलावा स्प्राउट्स और शिमला मिर्च में भी पाया जाता है।
विटामिन सी त्वचा की रंगत में भी निखार लाता है। इसका सही तरीके से इस्तेमाल त्वचा में कमाल का बदलाव ला सकता है। विटामिन सी के कैप्सूल भी आते हैं और आप इन्हें चेहरे पर लगा सकती हैं।एक और खास बात कि यह जैसे ही हवा के संपर्क में आता है, ऑक्सीडाइज हो जाता है और असर नहीं कर पाता। ऐसे में चेहरे पर लगाने के लिए खासतौर से बंद कैप्सूल आते हैं। इन्हें खोलते ही लगाना होता है। अगर ये खुला पड़ा रह जाए तो बेकारा हो जाता है। इनमें विटामिन्स होते हैं इसलिए इनका कोई साइड इफेक्ट नहीं होता। इन्हें आप अगर दोबारा भी लगाना चाहें तो कोई नुकसान नहीं होता। जिन लगों को दवाएं लेने या कोई सर्जरी कराने से एतराज है, उनके लिए तो यह बहुत ही फायदेमंद है। डॉक्टर की सलाह पर आप अपनी स्किन कैसी है औज जरूरत के मुताबिक ही इनका इस्तेमाल कर सकती हैं। हालांकि खट्टे फलों वाले कोई भी पैक का प्रयोग करने से पहले स्किन रोग स्पेशलिस्ट या किसी ब्यूटी एक्सपर्ट्स से संपर्क जरूर करें।