गुच्छों में बाल टूटना खतरनाक
अक्सर लोगों के कम उम्र में ही बाल झड़ना शुरू हो जाते हैं. इस अवस्था में पहले सिर के बाल पतले होने लगते हैं और फिर बाद में उनका झड़ना शुरू हो जाता है. गंजेपन का शिकार होने पर वे वजह जाने बिना ही दवाइयों पर पानी की तरह पैसा बहाते हैं. अगर दिनभर में आपके करीब 200 बाल टूट रहे हैं तो आप गंजेपन के मेल और फीमेल पैटर्न का शिकार हो रहे हैं.
दवाओं के सेवन से
कुछ दवाओं में स्टेरॉयड, एंटीडिपेंटेंट्स और आइसोट्रेटिनॉइन की मात्रा काफी ज्यादा होती है. इन दवाओं के सेवन से आपके बाल तेज से झड़ना शुरू हो जाते हैं. वहीं कुछ दवाएं ऐसी भी होती है जिनमें इन सबका एक फॉर्मेशन होता है. ऐसी दवाएं आपके बालों के लिए परेशानी का सबब बन सकती हैं.
असंतुलित थायरॉयड
शरीर में थायरॉयड लेवल के असंतुलित होने से भी बाल झड़ते हैं. थायरॉयड के बिगड़ने से बालों की गुणवत्ता और उनके विकास में रुकावट आती है. हाइपरथायरॉयडिज्म या हाइपोथायरायडिज्म की वजह से कई बार आपके बाल काफी ज्यादा टूटने लगते हैं.
तनाव या बीमारी
इसमें कोई दोराय नहीं कि अत्यधिक तनाव लेने की वजह से भी आपके बाल टूटते, झड़ते हैं. कई बार बीमारियों की चपेट में आने के बाद भी आपके बाल झड़ने शुरू हो जाते हैं. ऐसे बालों का ट्रीटमेंट करवाने से पहले डॉक्टर्स से अपनी बीमारी के बारे में भी चर्चा करें.
इंफेक्शन
इंफेक्शन की वजह से बालों को झड़ना काफी खतरनाक माना जाता है. इसकी वजह रिंगवर्म या एथलीट फुट का इंफेक्शन हो सकता है. यह इंफेक्शन किसी संक्रमित व्यक्ति के सीधे संपर्क में आने से या उनके इस्तेमाल किए हुए तौलिये, चादर आदि का उपयोग करने से भी हो सकता है.बाल भी वापस उगने लगेंगे.