सूर्य को अर्घ्य देने से होते हैं कई लाभ, जानें सही विधि
समस्त सृष्टि के ऊर्जा और प्रकाश का कारण सूर्य ही है. सूर्य को स्वास्थ्य, राज्य, औषधि, पिता तथा खाद्य पदार्थ का कारक माना जाता है. सूर्य से नाम यश और राज्य पद मिलता है.
किसी भी तरह की स्वास्थ्य की समस्या के पीछे सूर्य ही होता है. सूर्य के मजबूत होने से जीवन की लगभग हर समस्याएं हल होती चली जाती हैं.
सूर्य को मजबूत करने के सरल तरीके और उपाय क्या हैं?
- सूर्य को बहुत सारे तरीकों से मजबूत कर सकते हैं.
- परन्तु अर्घ्य देने से सूर्य हर तरह से अनुकूल हो जाता है.
- सूर्य को देखते हुए जल चढाने को अर्घ्य देना कहा जाता है.
- इससे सूर्य के साथ साथ नौ के नौ ग्रह मजबूत हो जाते हैं.
- मात्र सूर्य को अर्घ्य देने से जीवन की लगभग हर समस्या का समाधान किया जा सकता है.
क्या है सूर्य को अर्घ्य देने की विधि?
- अर्घ्य नदी में रहकर भी दे सकते हैं और घर पर भी.
- उगते हुए सूर्य को अर्घ्य देना सर्वोत्तम होता है.
- जल देने के पूर्व व्यक्ति का स्नान कर लेना जरुरी है.
- इसके अलावा नवोदित रहने तक सूर्य को अर्घ्य दिया जा सकता है.
- अर्घ्य देते समय अगर सफेद वस्त्र धारण किए जाएं तो सर्वोत्तम परिणाम मिलेंगे.
- लोटे या मिट्टी के बड़े पात्र से जल देना सर्वश्रेष्ठ है.
विशेष उद्देश्यों के लिए विशेष तरह से सूर्य को अर्घ्य कैसे दें?
- शिक्षा और एकाग्रता के लिए जल में नीला रंग मिलाएं.
- स्वास्थ्य और ऊर्जा के लिए-रोली या लाल चन्दन मिलाएं.
- जीवन में सभी हिस्सों से लाभ के लिए सादा जल अर्पित करें.
- शीघ्र विवाह और सुखद वैवाहिक जीवन के लिए हल्दी मिलाएं.
- इंटरव्यू में सफलता के लिए – जल में लाल गुड़हल का फूल डालें.
- पितर शांति और बाधा के निवारण के लिए तिल और अक्षत मिलाकर अर्घ्य दें.
जल देने के समय किन-किन सावधानियों का पालन करना चाहिए?
- सुबह जल्दी से जल्दी अर्घ्य देने पर ही इसका लाभ हो सकता है.
- बिना स्नान किये हुए अर्घ्य नहीं देना चाहिए.
- सूर्य की रौशनी जब चुभने लगे तब जल देना अनुकूल नहीं होता.
- अर्घ्य देने के बाद मंत्र जाप करने से विशेष लाभ होता है.
- अगर जल चढ़ाने के के बाद इसके छीटें पैरों पर पड़ते हैं तो इसमें कोई दोष नहीं होता.
- जो लोग भी सूर्य को अर्घ्य देते हैं उन्हें अपने पिता और परिवार का विशेष सम्मान करना चाहिए.