आज है #Mahashivaratri , भूलकर भी ना करें ये काम
#Mahashivaratri : आज महाशिवरात्रि का पर्व मनाया जा रहा है. महाशिवरात्रि का पर्व भगवान शिव का सबसे बड़ा और महत्वपूर्ण पर्व माना जाता है. मान्यता है कि इस दिन भगवान शिव की आराधना से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं और व्यक्ति को सभी संकटों से मुक्ति मिलती है. इस दिन को ‘शिव की महान रात्रि’ के रूप में भी जाना जाता है. ऐसा कहते है कि इस दिन भगवान शिव ने धरती को नष्ट होने से बचाया था. कई ग्रंथों में वर्णन मिलता है कि इसी दिन रात्रि में शिव जी का विवाह भी हुआ था. इसलिए दुनियाभर में महाशिवरात्रि की पूरी रात चार प्रहर की पूजा की जाती है. भगवान शिव जितनी जल्दी प्रसन्न होते हैं, उतनी ही जल्दी नाराज भी हो जाते हैं.
इसलिए शिवरात्रि के दिन ये काम ना करें.
सुबह जल्दी उठना चाहिए
महाशिवरात्रि के दिन सुबह जल्दी उठना चाहिए. मान्यता है कि इस दिन देर तक सोने वाले लोगों से शिव जी नाराज हो जाते हैं. साथ ही बिना नहाएं इस दिन कुछ भी ना खाएं.
शिवरात्रि के दिन काले रंग के कपड़ों को पहनना अशुभ माना जाता है. इसलिए इस दिन काले रंग के कपड़े पहनने से बचें.
भूलकर भी नहीं चढ़ाना चाहिए
भगवान शिव को भूलकर भी चंपा और केतकी के फूल नहीं चढ़ाना चाहिए. क्योंकि ऐसा कहा जाता है कि भगवान शिव ने इन फूलों को शापित किया था.
जरूर अर्पित करें
भोलेनाथ को वैसे तो कई फल अर्पित किए जा सकते हैं लेकिन शिवरात्रि पर बेर जरूर अर्पित करें क्योंकि बेर को चिरकाल का प्रतीक माना जाता है.
प्रसाद को ना करें ग्रहण
मान्यता है कि महाशिवरात्रि पर शिवलिंग पर चढ़ाए जाने वाले प्रसाद को ग्रहण करने से जीवन में दुर्भाग्य आता है. इसलिए शिवलिंग पर चढ़े प्रसाद को ग्रहण ना करें.
नहीं चढ़ाए जाने चाहिए
भगवान शिव की पूजा में भूलकर भी टूटे हुए चावल नहीं चढ़ाए जाने चाहिए. अक्षत का मतलब होता है अटूट चावल, यह पूर्णता का प्रतीक है. इसलिए शिव जी को अक्षत चढ़ाते समय यह देख लें कि चावल टूटे हुए ना हों.
बर्तनों का ना करें प्रयोग
शिवलिंग पर अभिषेक हमेशा ऐसे पात्र से करना चाहिए जो सोना, चांदी या कांसे का बना हो. अभिषेक के लिए कभी भी स्टील, प्लास्टिक के बर्तनों का प्रयोग ना करें.
भूलकर भी ना करें सेवन
शिवरात्रि के दिन भूलकर भी चावल, गेंहू आदि चीजों का सेवन ना करें. बल्कि इस दिन सभी लोगों को फल, दूध, चाय, कॉफी का ही सेवन करना चाहिए.
नहीं चढ़ाना चाहिए
शिवलिंग पर कभी भी तुलसी की पत्ती नहीं चढ़ाना चाहिए. शिवलिंग पर दूध चढ़ाने से पहले यह ध्यान रखें कि पाश्चुरीकृत या पैकेट का दूध इस्तेमाल ना करें और शिवलिंग पर ठंडा दूध ही चढ़ाएं.
रात्रि जागरण करने का होता है महत्व
महाशिवरात्रि पर रात्रि जागरण करने का बहुत महत्व होता है. इसलिए इस दिन लोग सोने के बजाए जागरण करें. जागरण में रातभर भगवान शिव के भजन गाएं और आरती करें.