UTTAR PRADESH NEWS : सीएम योगी (CM YOGI) के लाल टोपी, काले कारनामे वाले बयान पर अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने पलटवार किया। उन्होंने सीएम (CM) का बिना नाम लिए कहा- अच्छा-बुरा कोई रंग नहीं, बल्कि नजरिया होता है। UTTAR PRADESH NEWS
प्रेमिका की हत्या कर शव केमिकल से जलाया
अयोध्या की हार कानपुर में भी, भाजापाई ने योगी से पूछा-क्यों हारे अयोध्या?
अखिलेश ने कहा- लाल रंग मिलन का प्रतीक होता है। जिनके जीवन में प्रेम-मिलन, मेल-मिलाप का अभाव होता है, वो अक्सर इस रंग के प्रति दुर्भावना रखते हैं। यही नहीं, जिनके जीवन में ममत्व या सौभाग्य तत्व का अभाव होता है, वो काले रंग के प्रति दुर्भावना पाल लेते हैं।
अखिलेश ने कहा-
शुक्रवार को अखिलेश ने X पर लिखा- रंगों का मन-मानस और मनोविज्ञान से गहरा नाता होता है। अगर कोई रंग किसी को विशेष रूप से प्रिय लगता है, तो इसके विशेष मनोवैज्ञानिक कारण होते हैं। अगर किसी रंग को देखकर कोई भड़कता है, तो उसके भी कुछ नकारात्मक मनोवैज्ञानिक कारण होते हैं।
लाल रंग शक्ति का धारणीय रंग है, इसीलिए कई पूजनीय शक्तियों से इस रंग का सकारात्मक संबंध है। मगर जिन्हें अपनी शक्ति ही सबसे बड़ी लगती है, वो लाल रंग को चुनौती मानते हैं। इसी संदर्भ में मनोवैज्ञानिक मिथक भी है कि शक्तिशाली सांड भी लाल रंग देखकर भड़कता है।
पैन कार्ड के लिए ट्रांसजेंडर पहचान प्रमाण पत्र माना जाएगा वैध दस्तावेज
CM योगी बोले- सपा का चरित्र देखना है तो अयोध्या ,कन्नौज में देखिए
काला रंग’ विशेष रूप से सकारात्मक है। जैसे बुरी नजर से बचाने के लिए होता है। सुहाग के प्रतीक मंगलसूत्र में काले भी मोतियों का प्रयोग होता है। बच्चों की भी काला टीका लगाया जाता है। इसलिए, जिनके जीवन में ममत्व या सौभाग्य तत्व का अभाव होता है। वो मनोवैज्ञानिक रूप से काले रंग के प्रति दुर्भावना पाल लेते हैं।
खतरे के निशान के ऊपर बह रही राप्ती और सरयू, 25 से ज्यादा गांव डूबे
यूपी सरकार की नई सोशल मीडिया पॉलिसी
पश्चिम में काला रंग नकारात्मक शक्तियों और राजनीति का प्रतीक रहा। जैसे- तानाशाही फांसीवादियों की काली टोपी। मानवता और सहृदयता विरोधी फांसीवादी विचारधारा, जब अन्य देशों में पहुंची तो उसके सिर पर भी काली टोपी ही रही। नकारात्मकता और निराशा का रंग भी काला ही माना गया है। इसलिए जिनकी राजनीतिक सोच ‘डर’ और ‘अविश्वास’ जैसे काले-विचारों से फलती-फूलती है। वो इसे सिर पर लिए घूमते हैं।
ऐसे लोगों के मन-हृदय को परिवर्तित करने के लिए बस इतना समझाना होगा कि ‘काले रंग की अंधेरी रात के बाद ही लालिमा ली हुई। ‘सुबह’ का महत्व होता है, ये पारस्परिक रंग-संबंध ही जीवन में आशा और उत्साह का संचार करता है।
2 दिन भारी बारिश की चेतावनी, मणिमहेश में पत्थर गिरने से श्रद्धालु की मौत
CM Sukhwinder Singh Sukhu took a Big Decision
भाजपा सांसद कंगना रनौत भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष से मिलीं, हिदायत- ऐसे बयान न दें