Vrat Niyam : हिंदू धर्म में प्रदोष व्रत (Vrat Niyam) बहुत महत्वपूर्ण है। इस व्रत में भोलेनाथ की पूजा की जाती है। माना जाता है कि इस दिन देवों की पूजा करने से जीवन के सभी दुख दूर हो जाते हैं। 22 मार्च, 2024 को फाल्गुन महीने में व्रत रखा जाएगा। वहीं, जो लोग शिव जी की विशेष कृपा प्राप्त करना चाहते हैं, वे इस दिन उनके साथ बेलपत्र के पेड़ की पूजा अवश्य करें, क्योंकि यह उनको अति प्रिय है। Vrat Niyam
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व्रत का महत्व (Vrat Importance)
व्रत का अर्थ होता है किसी चीज का संकल्प लेकर व्रत का पालन करना। ऐसे में व्रत का अर्थ है प्रण या प्रतिज्ञा। एकादशी, पूर्णिमा, सोमवार, मंगलवार या किसी भी अन्य दिन पर देवी या देवता को समर्पित व्रत किया जाता है। व्रत हमारे आत्मिक बल और आत्म नियंत्रण को तो बढ़ाते ही हैं साथ ही व्यक्ति को इसके शारीरिक लाभ भी देखने को मिल सकते हैं। Fast Rules
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इन बातों का रखें ध्यान
हिंदू मान्यता के अनुसार, व्रत में दिन के समय नहीं सोना चाहिए, वरना व्यक्ति का व्रत खंडित माना जाता है। इसके साथ ही व्रत के दौरान किसी की बुराई, निंदा, चुगली और झूठ आदि बोलने से भी व्रत खंडित माना जाता है। साथ ही यह भी माना गया है कि व्रत में बार-बार कुछ-न-कुछ खाते रहने से भी व्रत खंडित हो सकता है। ऐसे में इस बातों का विशेष तौर से ध्यान रखना चाहिए।
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व्रत टूटने पर करें ये कार्य
यदि किसी कारणवश आपका व्रत टूट गया है, तो ऐसे में आप कुछ कार्यों को करके इसके बुरे परिणामों से बच सकते हैं। जिस भी चीज को खाने से आपका व्रत टूटा है उसका दान करना चाहिए। जैसे यदि आपका व्रत पानी पीने के कारण टूटा है, तो ऐसे में जल का दान करना चाहिए। वहीं, आप व्रत टूटने पर छोटा-सा हवन कर ईश्वर से क्षमा मांग सकते हैं।
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