#MakarSankranti : मकर संक्रांति, हिंदू धर्म का एक विशेष और अहम त्यौहार है। इस पर्व को संक्रांति, खिचड़ी आदि नामों से भी पुकारा जाता है। इस दिन सूर्य उत्तरायण होते हैं। इस त्यौहार की शास्त्रों में भी विशेष महिमा बताई गई है। कहा जाता है कि मकर संक्रांति (MakarSankranti) के दिन सूर्य धनु राशि से मकर राशि में प्रवेश करते हैं। इस दिन जप, तप, दान, स्नान आदि का महत्व बहुत अधिक होता है।
यह खबर पढें
- #HEALTH : महिलाओं को अपनी डाइट में इन चीजों को जरूर शामिल करनी चाहिए
- #HIGHCOURT : बिना तलाक दूसरे के साथ रहने वाली मां भी बच्चे की अभिरक्षा पाने की हकदार
- अक्टूबर महीने में आएंगे ये VRAT & FESTIVAL, जानें
- #HAIRFALL रोकने के लिए आपकी डाइट में जरूर शामिल होने चाहिए ये फूड्स
- घर पर ऐसे बनाइए अलसी गोंद के लड्डू
- #KANPUR : पत्रकार आशु यादव की हत्या का खुलासा
कब मनाया जाता है मकर संक्रांति
हर वर्ष यह त्यौहार 14 जनवरी को मनाया जाता है। इस दिन सूर्यदेव की पूजा की जाती है। इस दिन सूर्यदेव की विधि-विधान के साथ पूजा करने पर व्यक्ति को मनचाहा वरदान प्राप्त होता है।
बन रहा है यह योग
मकर संक्रांति का पुण्य काल 8 घंटे का रहेगा। यह सुबह 8 बजकर 30 मिनट से लेकर शाम 5 बजकर 46 मिनट तक होगा। शास्त्रों के अनुसार इस दौरान स्नान-दान से कई गुना फल प्राप्त होता है। कहा जा रहा है कि इस वर्ष त्यौहार पर चंद्रमा, शनि, बुध और गुरु ग्रह भी मकर राशि में होंगे। ऐसे में मकर संक्रांति को बेहद ही शुभ फलदायी बताया जा रहा है।
जानें इस दिन क्या करना होगा शुभ
मकर संक्रांति (MakarSankranti) के दिन अगर दान किया जाए तो इसका महत्व बेहद विशेष होता है। इस दिन व्यक्ति को अपने सामर्थ्यनुसार दान देना चाहिए। साथ ही पवित्र नदियों में स्नान करना चाहिए। इस दिन खिचड़ी का दान देना विशेष फलदायी माना जाता है। साथ ही गुड़-तिल, रेवड़ी, गजक आदि का प्रसाद के रूप में बांटा जाता है।
यह खबर पढें
- जानें, कब है नए साल की पहली #EKADASHI, तिथि एवं महत्व
- इन स्मार्टफोन्स में बंद होने वाला है #WHATSAPP सपोर्ट
- कोरोना के नए स्ट्रेन का खौफ, डेढ़ महीने के लॉकडाउन का ऐलान
- सर्दियों में रोजाना अंडे खाने के हैं फायदे, ज्यादा सेवन से होते हैं ये गंभीर नुकसान!
हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें।