सीधा संबंध आपकी कुंडली में विराजमान राहू-केतु से है
हिंदू धर्म में नाग पंचमी का बहुत बड़ा महत्व है. मान्यताओं के अनुसार इस दिन महिलाएं नाग देवता को अपने भाई के रूप में पूजती हैं और मनोकामना पूरी करने के लिए प्रार्थना करती हैं.इस बार नाग पंचमी का पर्व 05 अगस्त को मनाया जाएगा.
लेकिन क्या आप जानते हैं नाग पंचमी का सीधा संबंध आपकी कुंडली में विराजमान राहू-केतु से है.
राहु और केतु परस्पर एक दूसरे से 180 अंश पर रहते हैं, यानी दोनों एक दूसरे से सप्तम भाव में विराजमान रहते हैं. राहु और केतु को सर्प का प्रतीक माना जाता है. राहु को सर और केतु को पूंछ माना जाता है. सर्प के समान होने के कारण राहु और केतु से सम्बंधित समस्याओं के लिए नाग पंचमी का दिन सर्वश्रेष्ठ है.
इस दिन दोपहर को राहु केतु सम्बन्धी उपाय करने से इनसे सम्बंधित समस्याएं समाप्त होती हैं.
जाने कैसे पहचानें राहु केतु के लक्षण…
- व्यक्ति अगर हमेशा जल्दबाजी में रहता हो और उसके जीवन में तमाम घटनाएं आकस्मिक रूप से घटें तो समझना चाहिए कि यह राहु केतु का प्रभाव है.
- व्यक्ति अगर सात्विक भोजन के बजाय फास्ट फूड खाने में रूचि दिखाए तो यह भी इन्ही का प्रभाव है.
- व्यक्ति का शरीर रुखा रहता हो और व्यक्ति को हमेशा आलस्य रहता है.
- व्यक्ति हमेशा चीजों को छिपाता है और हर काम छिपकर करता है.
- व्यक्ति की हथेलियों में बीचों बीच जाल हो तो भी यह राहु केतु का ही प्रभाव है.
क्या है, शुभ प्रभाव…
- अगर राहु केतु का प्रभाव शुभ हो तो व्यक्ति कंप्यूटर के क्षेत्र में सफल होता है.
- व्यक्ति राजनीति में सफलता प्राप्त करता है.
- व्यक्ति फिल्म कला के क्षेत्र में सफल होता है.
- व्यक्ति की तमाम दुर्घटनाओं से रक्षा होती है, व्यक्ति बार बार मुश्किलों से बचता है.
- विदेश यात्राएं,कई भाषाएं जानना और आध्यात्म के रास्ते पर जाना राहु केतु का ही शुभ प्रभाव है.
कैसे पहचानें अशुभ प्रभाव और इसका प्रभाव क्या है…
- व्यक्ति अपनी शक्तियों का दुरपयोग करता है, गलत संगति में पड़ जाता है.
- व्यक्ति के अन्दर अपराधिक प्रवृत्तियां होती हैं.
- व्यक्ति के अन्दर भय की वृत्ति होती है और व्यक्ति को कल्पना की समस्याएं होती हैं.
- व्यक्ति काफी ज्यादा उलझा हुआ होता है.
- निर्णय लेने में मुश्किल, कपट करना और दोहरा चरित्र रखना राहु केतु का ही अशुभ प्रभाव है.
ऐसे पाएं छुटकारा…
- अगर राहु केतु खाने पीने की आदत बिगाड़ रहे हों तो नागपंचमी पर तुलसी का पौधा लगाएं और उसकी उपासना करें.
- अगर राहु केतु के कारण बुरी आदतें लग गई हों तो नाग पंचमी पर प्रातः मिट्टी का एक सर्प बनाकर नदी में प्रवाहित करें.
- राहु केतु के कारण अगर जीवन में बार बार उतार चढ़ाव हो रहा हो तो इस दिन सात तरह के अनाज एक साथ दान करें.
- अगर भय की वृत्ति या कल्पना की समस्या हो तो इस दिन नीम की लकड़ी पर १०८ बार पीली सरसों की आहुति दें.
- राहु केतु से सम्बंधित कोई भी समस्या हो तो नाग पंचमी के दिन नीले कपडे में सफ़ेद चन्दन का टुकड़ा बांधकर गले में धारण करें.